Kaushambi News: चिटफंड के नाम पर ठगी करने वाले तीन सगे भाइयों पर कार्रवाई, 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में तीन भाइयों पर कार्रवाई करते हुए उनकी करोड़ों की संपत्ति को कुर्क कर दिया गया है. उन्होंने चिट फंड घोटाला कर करोड़ों की संपत्ति बना ली थी.
UP News: यूपी कौशांबी (Kaushambi) में गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) में तीन सगे भाइयों की दो करोड़ 65 लाख की संपत्ति कुर्क की गई है. तीनों पर चिटफंड कंपनी बनाकर क्षेत्र की गरीब जनता को लूटने का आरोप है. कंपनी ने आरडी और एफडी के नाम पर गरीब जनता का करोड़ों रुपए जमा करा लिया था. इसके बाद उन्होंने उस पैसे से मकान और स्कूल बना लिया था. इसके अलावा बेशकीमती जमीन भी खरीद लिया था. जब लोगों ने अपने पैसे मांगे तो देने इनकार कर दिया. पीड़ितों ने इसकी शिकायत एसपी से की थी जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया था. इन तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
डीएम और एसपी के निर्देश पर कार्रवाई
तीनों से एक भाई जमानत पर रिहा होकर बाहर आ चुका है. वहीं अब डीएम और एसपी के निर्देश पर एबीएसए और राजस्व टीम के साथ महेवाघाट इंस्पेक्टर ने आज तीनों भाइयों की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की. मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के कोर्रई निवासी रघुराज सिंह यादव, शिवराज सिंह यादव और धनराज सिंह यादव ने कई साल पहले पर्ल व्हाइट इंफ़्रा केयर प्राइवेट चिटफंड कंपनी खोली थी. इस कंपनी में उन्होंने आरडी और एफडी के नाम पर सैकड़ों लोगों का खाता खोला था. गरीबों के पैसे से ठगों ने एक करोड़ रुपए का निजी विद्यालय और लगभग 75 लाख रुपये का आलीशान मकान भी बनवा लिया था. इतना ही नहीं लगभग 40 लाख रुपए की बेशकीमती जमीन भी गांव में ही खरीद ली थी.
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पैसा लौटाने के लिए आनाकानी करने लगे
समय पूरा होने पर लोगों ने अपने पैसे की मांग किया तो वह पैसा देने के बजाय आनाकानी करने लगे. गरीब जनता अपने पैसे के लिए कंपनी के कार्यालय भी गई लेकिन वहां पर कंपनी का नामोनिशान ही खत्म हो गया था. इसके बाद ग्रामीणों ने जालसाजों के घरों के चक्कर काटना शुरू कर दिया था लेकिन शातिरों ने गरीबों का पैसा वापस नहीं लौटया. गरीब जनता ने एसपी हेमराज मीना से ठगों के खिलाफ शिकायत की. एसपी के निर्देश पर तीनों के खिलाफ गैंग बनाकर ठगी करने का मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया. कुछ दिन बाद एक जालसाज जेल से जमानत रिहा होकर बाहर आ गया, जबकि दो लोग अभी भी सलाखों के पीछे हैं.
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