Kawad Yatra 2024 Highlights: कांवड़ यात्रा पर यूपी सरकार के फैसले के खिलाफ हैं दानिश अली, कहा- 'यह आस्था का मामला'
Kawad Yatra 2024 Highlights: यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार के फरमान पर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी के सहयोगी दल एक ओर जहां इस फैसले का विरोध कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष भी निशाना साध रहा है.
उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने योगी सरकार के कांवड़ यात्रा वाले नेमप्लेट फैसले पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कांवड़ियों को पता होना चाहिए श्रीराम भोजनालय शाहबुद्दीन चला रहा है, मैं जहां भोजन कर रहा हूं पता होना चाहिए भोजनालय किसका है. सीएम योगी का आदेश है बुराई क्या है. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा अखिलेश के परिवार ने तुष्टीकरण और धर्म के नाम पर राजनीति की है. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर और कवाल दंगों में जिन्हें मुआवजा दिया उनकी सूची जारी करें.
योगी सरकार के कांवड़ यात्रा मार्ग पर सड़क किनारे स्थित भोजनालयों पर मालिकों के नाम प्रदर्शित करने के फैसले पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा, "हमारे कांवड़िये शाकाहारी हैं, कोई नहीं जानता कि मांस कहां पकाया जा रहा है, कम से कम उन्हें पता होगा कि कहां खाना है और कहां रहना है. यह सरकार द्वारा लिया गया एक अच्छा निर्णय है, मैं इसकी सराहना करता हूं."
कांग्रेस नेता दानिश अली ने योगी सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोजनालय मालिकों के नाम उजागर करने के आदेश पर कहा, "इससे ज्यादा घृणित और घिनौना कुछ नहीं हो सकता. यह आस्था का मामला है और आप लोगों को बांटने में व्यस्त हैं. आप इस लोकसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक जमीन खो चुके हैं, फिर भी आप उसी एजेंडे पर लौटने की कोशिश कर रहे हैं, क्या आपने अभी तक कुछ नहीं सीखा है?"
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर अफसरों को निर्देश जारी किए हैं, डीसीपी ट्रैफिक ने रूट का भी जायजा लिया है.
सेक्टर 14A से होकर कालिंदी कुंज से होते हुए दिल्ली पहुंचेंगे कांवड़ यात्री. कांवड़ यात्रा 22 से शुरू होगी, वहीं 25 से कांवड़ यात्री आना शुरू होंगे. इसके लिए भारी संख्या के पुलिस और ट्रैफिक कर्मी तैनात रहेंगे. वहीं इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस और हॉस्पिटल भी चिह्नित किए गए हैं. कालिंदी कुंज रोड पर एक रोड डेडीकेटेड रहेगी, डेडीकेटेड रूट कांवड़ियों की दिया जायेगा. सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए अफसर ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहेंगे. एंबुलेंस, टेक्निकल इक्विपमेंट्स से लैस गाड़ियों की सुविधा रहेगी.
यूपी में कांवड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाते हुए योगी सरकार ने कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया है. वहीं अब योगी सरकार के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वह भोजनालयों को मालिकों के नाम प्रदर्शित करने संबंधी मुजफ्फरनगर पुलिस के परामर्श का समर्थन नहीं करते हैं. जाति या धर्म के नाम पर मैं किसी भी विभेद का कतई समर्थन नहीं करता.
कांवड़ यात्रा में योगी सरकार के नेम प्लेट के फैसले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा. उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है. समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है. यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा वाले मार्ग पर पहचान बताने वाले आदेश को लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि शत-प्रतिशत सरकार के फैसले का हम स्वागत करते हैं. बहुत पहले यह आदेश लागू हो जाना चाहिए. किसी भी तरह से यह संविधान को चुनौती नहीं है, यह व्यक्ति का मौलिक अधिकार है. किसी भी दुकानदार के बारे में जानना. इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट करते हुए कहा कि हम बहुत जल्द इसे मंदिर परिसर में लागू करेंगे और आने वाले समय में मंदिर परिसर के बाहर दुकानदारों के लिए लागू करने को लेकर प्रशासन से बातचीत करेंगे.
कांवड यात्रा रूट पर नेमप्लेट लगाने के विवाद पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जब BJP के पास कुछ नहीं होता तो नफरत फैलाने लगती है. इस चुनाव में BJP को जनता ने संदेश दिया है कि आपकी नफरत की राजनीति से तंग आ चुके हैं. उसके बाद भी आप संदेश पढ़ने को तैयार नहीं हैं. योगी आदित्यनाथ कि सरकार के पास अब कोई काम नहीं है. ना रोजगार बढ़ाया जा रहा है, ना महंगाई कम की जा रही है. बस यही काम रह गया है. ये वही लोग हैं जो बहिष्कार की बात कर रहे हैं. जो अयोध्या में हिंदुओं के बहिष्कार की बात कर रहे थे. इनके खुद के घटक दल इसका विरोध कर रहे है. इनके खुद सोचना चाहिये.
हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर रेस्टोरेंट/होटल/ढाबा मालिकों को अपना नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया है. हरिद्वार के एसएसपी पदमेंद्र डोबाल कहते हैं, ''हमने कांवड़ मार्ग पर होटल, ढाबों, रेस्तरां और फेरीवालों को सामान्य निर्देश दिए हैं कि वे अपनी दुकानों पर मालिक का नाम लिखेंगे और अगर वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे.''
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, "निश्चित रूप से यह स्वागत योग्य कदम है और लोगों के बीच आपसी प्रेम और सौहार्द्र बढ़े इस भावना के साथ सरकार ने यह आदेश जारी किया है। इस आदेश में यह नहीं कहा गया है कि किसे कहां से सामान खरीदना है, जो जहां से चाहे वहां से सामान खरीद सकता है... दुकान के नीचे लगभग 40-50% लोग अपने मालिक का नाम लिखते हैं, मैं समझता हूं कि जो संविधान की व्यवस्था है उसमें धार्मिक आस्था का सम्मान और सरंक्षण का जो भाव दिया है उसके अंतर्गत यह एक बेहतर प्रयत्न है... हिंदू और मुसलमान मिलकर चलें, रामलीला में मुसलमान पानी पीलाते हैं तो लोग पीते हैं, ईद में हिंदू लोग उनका स्वागत करते हैं इसमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जो व्रत, त्योहार, कांवड़ यात्रा के कुछ नियम हैं उनका उल्लंघन न हो... इस नीयत से यह निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है।"
सपा नेता और प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि लोकसभा के चुनाव में अपनी पराजय से बौखलाई बीजेपी और आपसी झगड़े में फँसी बीजेपी सरकार प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकना चाहती है.नाम लिखी मुसलमानों की दुकानों की सुरक्षा का भी ख़तरा है और दुकानदारों की जान का भी. इसलिए सरकार के इस जालिमाना आदेश के बाद आशंका यही है की कांवड़ मार्ग पर ग़ैर हिंदू कोई दुकान नहीं लगायेंगे.संविधान को ख़त्म करने की मंशा पालने वाले लोग लगातार असंवैधानिक कार्य करके बाबासाहब अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के इस घोर असंवैधानिक आदेश का सर्वोच्च न्यायालय संज्ञान ले और इस पर तत्काल रोक लगाये.
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि इससे बड़ी यात्रा बिहार में निकलती है वहां इस तरह का कोई आदेश नहीं है. प्रधानमंत्री की जो व्याख्या है. भारतीय समाज और एनडीए के बारे में 'सबका साथ-सबका-विकास- सबका विश्वास' लगाए गए प्रतिबंध, पीएम मोदी के इस व्याख्या के विरुद्ध हैं.इस नियम पर पुनर्विचार हो तो अच्छा है. नहम एनडीए को खुशहाल और मजबूत होते देखना चाहते हैं. पीएम मोदी की कीर्ति कम ना हो, यह चाहते हैं. इसलिए चाहते हैं कि यह नियम वापस हो. इस नियम पर समीक्षा होनी चाहिए.
हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने रेस्तरां मालिकों को कांवड़ यात्रा मार्ग पर नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया. हरिद्वार SSP पद्मेंद्र डोबाल ने बताया, "कांवड़ की तैयारियों के संबंध में जो होटल, ढाबे, रेस्तरां और कांवड़ मार्ग पर जो रेड़ी-पटरी वाले हैं उन्हें हमारे द्वारा सामान्य निर्देश दिया गया है कि वे अपनी दुकानों पर मालिक का नाम लिखेंगे और ऐसा न करने पर उनके खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेंगे... कई बार इसके कारण विवाद की स्थिति उतपन्न होती है इसलिए हमारे द्वारा यह निर्णय लिया गया है."
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने ABP news से टेलीफ़ोनिक वार्ता में कहा-"यह पूरी तरीके से अव्यावहारिक कार्य है, वे समाज में भाईचारे की भावना को खराब करने का कार्य कर रहे हैं.इसको तत्काल निरस्त करना चाहिए”
कांवड़ यात्रा पर DIG अजय कुमार साहनी ने कहा, "सारे कांवड़ मार्ग पर पुलिस द्वारा लगातार गश्त की जा रही है। कांवड़ समितियों, होटल-ढाबों वालों से बातचीत की जा रही है और यह निर्धारित किया जा रहा है कि जितने होटल-ढाबे हैं, सभी साफ-सफाई रखें, रेट लिस्ट लगाएं...होटल-ढाबे मालिकों का नाम लिखा जाए...सभी को इस बारे में बताया गया है और सभी लोग इससे सहमत हैं। अनिवार्य रूप से सभी को यह करना है...कांवड़ के शिविरों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है..."
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, "कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा मार्ग पर सड़क किनारे स्थित ढाबों पर मालिकों के नाम प्रदर्शित करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है.जो लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं, वे गलत हैं। यह एक धार्मिक यात्रा है, इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए. हिंदुओं और मुसलमानों के बीच झड़प को रोकने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक रंग दे दिया है.हिंदुओं और मुसलमानों के बीच झगड़ा भड़काने की साजिश रची जा रही है."
कांवड़ यात्रा पर राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि कांवड़ यात्रा के कुछ नियम और संयम है उसका पालन होना चाहिये. दुकान पर नाम लिखने का आदेश सरकार का यह स्वागत योग्य कदम है. दुकान का जो वास्तविक नाम है वह लिखना होगा. हिन्दू और मुसलमान मिलकर चलें.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कांवड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाया है. पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेमप्लेट' लगानी होगी. कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है. हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
नेम प्लेट को लेकर बसपा चीफ मायावती ने योगी और धामी सरकार पर निशाना साधा. बसपा चीफ ने लिखा- यूपी व उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कावंड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतः असंवैधानिक. धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकाट करने का प्रयास अति-निन्दनीय.
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Kawad Yatra 2024 Highlights: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान ठेलों और दुकानों पर नाम लिखने के फरमान पर सियासत ने जोर पकड़ लिया है. न सिर्फ विपक्ष बल्कि यूपी में बीजेपी अपने सहयोगी भी इस फैसले के खिलाफ हैं. राष्ट्रीय लोकदल की यूपी इकाई के नेता राम आशीष ने इस फैसले को असंवैधानिक बताया है. वहीं बसपा चीफ मायावती ने कहा कि यूपी व उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कावंड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतः असंवैधानिक. धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकाट करने का प्रयास अति-निन्दनीय है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "यह पूरी तरीके से अव्यावहारिक कार्य है, वे समाज में भाईचारे की भावना को खराब करने का कार्य कर रहे हैं.इसको तत्काल निरस्त करना चाहिए.”
दूसरी ओर अब यह फैसला सिर्फ मुजफ्फरनगर में नहीं बल्कि पूरे यूपी में लागू होगा. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कांवड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाया है. पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेमप्लेट' लगानी होगी. कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है. हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
दूसरी ओर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के आस्था को लेकर कोई सवाल नहीं है. मैं खुद कांवड़ यात्रा लेकर कई बार गया हूं. कई बार कांवड़ यात्रा को लेकर शिकायत आयी है. आस्था के नाम पर सांप्रादायिक सियासत नहीं होनी चाहिये.
कांवड़ यात्रा पर DIG अजय कुमार साहनी ने कहा, "सारे कांवड़ मार्ग पर पुलिस द्वारा लगातार गश्त की जा रही है। कांवड़ समितियों, होटल-ढाबों वालों से बातचीत की जा रही है और यह निर्धारित किया जा रहा है कि जितने होटल-ढाबे हैं, सभी साफ-सफाई रखें, रेट लिस्ट लगाएं.होटल-ढाबे मालिकों का नाम लिखा जाए.सभी को इस बारे में बताया गया है और सभी लोग इससे सहमत हैं। अनिवार्य रूप से सभी को यह करना है.कांवड़ के शिविरों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है."
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