Kedarnath Temple in Delhi: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की अनुकृति निर्माण का मामला खासा चर्चा में है. इसके कर्ताधर्ता सुरेंद्र रौतेला हैं ने पिछले दिनों अपने तमाम सियासी ताल्लुकातों का इस्तेमाल करके इस धाम का शिलान्याश करवाया. मामला ने उस वक्त तूल पकड़ा जब आयोजन समिति ने एक आमंत्रण पर जारी किया. इसमें डोनेशन के लिए एक क्यूआर कोड भी लगाया गया है. इस कोड पर डोनेशन भेजने पर खाता केदारनाथ धाम के नाम पर दिखाई देता है. 


केदारनाथ मंदिर की अनुकृति दिल्ली के बुराड़ी में बनवाने की तैयारी की गई है. बीते 10 जुलाई को इस मंदिर का भूमि पूजन समारोह किया गया था. इस आयोजन का जो निमंत्रण पत्र जारी किया गया था. उसमें भगवान शिव और केदारनाथ मंदिर की तस्वीर हैं वहीं नीचे की ओर सुरेंद्र रौतेला की भी तस्वीर लगी है. जो केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली के फाउंडर और राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों हैं. 


क्यू आर कोड में दिखा ये नाम
इसी निमंत्रण पत्र पर नीचे दाहिनी और एक क्यू आर कोड भी लगा हुआ है. इस क्यू आर कोड पर अगर आप मंदिर निर्माण के लिए दान करना चाहते हैं तो उसके लिए पैसे भेज सकते हैं. इस क्यू आर कोड को स्कैन करने पर केदारनाथ धाम के नाम से ही खाता आता है. 




तीर्थ पुरोहितों ने जताई आपत्ति
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में केदारनाथ धाम की अनुकृति बनाए जाने का विरोध भी ज़ोर-शोर से किया जा रहा है. केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित लगातार इसके विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में कार्रवाई नहीं होने पर तीर्थ पुरोहित समाज के साथ चार धाम महापंचायत ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है. 


तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का निर्माण धार्मिक परम्परा के विपरीत है. सनातन परंपराओं के खिलाफ इसका निर्माण किया जा रहा है. बाबा का वास हिमालय में है और आप उस नाम का दुरुपयोग न करें. इस प्रकार के कार्य को शीघ्र बंद किया जाए. मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा कि यह नर-नारायण की तपोभूमि है. ये पांडवों और भगवान श्रीकृष्ण की तपोभूमि है. इसके नाम को खराब न करें. अगर हमारी बात नहीं मानी गई तो हम सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे. 


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