उत्तराखंड (Uttarakhand) में चार धामों (Char Dham) में से एक केदारनाथ (Kedarnath) धाम के कपाट आज सुबह विशेष पूजा-अर्चना के बाद बंद हो गए हैं. इस दौरान बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. केदारनाथ के बाद यमुनोत्री धाम (Yamunotri) के कपाट आज दोपहर 12:15 बजे विधिवत पूजा अर्चना के साथ बंद किए जाएंगे. बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे. चार धाम के मंदिर हर साल सर्दियों में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं.


गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद
इससे पहले शुक्रवार को गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ 11:45 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. मंदिर समिति के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. गंगोत्री मंदिर समिति के सह सचिव राजेश नौटियाल ने बताया कि धाम के कपाट पुरोहितों द्वारा विधिविधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. इसके बाद मां गंगा की भोगमूर्ति लेकर उत्सव डोली मुखबा गांव के लिए रवाना हुई जहां शीतकाल के दौरान उसकी पूजा की जाएगी.






30 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस साल भी कोविड के कारण देर से शुरू हुई यात्रा में तीस हजार से ज्यादा श्रद्धालु गंगा दर्शन के लिए पहुंचे. उत्तरकाशी के ज़िलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 18 सितंबर से अब तक 32,948 से अधिक तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किये. बता दें कि बदरीनाथ के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे.



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