Kedarnath Bypoll Results 2024: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव 2024 की मतगणना को सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी और रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने प्रत्याशियों और उनके एजेंटों को मतगणना की प्रक्रिया और ईवीएम सुरक्षा के लिए किए गए इंतजामों की विस्तृत जानकारी दी.
सीसीटीवी से निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना स्थल और स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षा के मद्देनजर 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो "तीसरी आंख" के रूप में हर गतिविधि पर नजर रखेंगे. इन कैमरों का लाइव डिस्प्ले कंट्रोल रूम में दिखाया जाएगा, जहां प्रत्याशी और उनके एजेंट भी ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था देख सकते हैं.
डॉ. गहरवार ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम में रखी ईवीएम मशीनों और मतगणना हॉल में लगाए गए कैमरे पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे. सुरक्षा कर्मियों को भी इन स्थलों पर तैनात किया गया है.
मतगणना की प्रक्रिया और टेबलों का प्रबंधन
मतगणना 23 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इसके लिए 14 टेबलें ईवीएम मतगणना के लिए, 10 टेबलें पोस्टल बैलेट के लिए और 10 टेबलें ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम) के लिए लगाई गई हैं.
मतगणना के लिए प्रशिक्षित कार्मिकों की तैनाती की जा चुकी है. प्रत्याशियों को अपने एजेंटों की नियुक्ति के लिए आवेदन पत्र रिटर्निंग अधिकारी के पास जमा करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उन्हें समय पर प्रवेश पत्र जारी किए जा सकें.
सामान्य प्रेक्षक का निरीक्षण
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक विनोद शेषन ने मतगणना तैयारियों का निरीक्षण किया और सभी व्यवस्थाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना हॉल का जायजा लिया और प्रशासन की तैयारियों की सराहना की.
पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी
मतगणना स्थल पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोटे ने बताया कि मतगणना के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा.
प्रत्याशियों और जनता को भरोसा
ला निर्वाचन अधिकारी ने सभी प्रत्याशियों और उनके एजेंटों को यह भरोसा दिलाया कि मतगणना प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी होगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य सभी पक्षों का विश्वास जीतना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सफल बनाना है.
समय पर तैयारियां पूरी
मतगणना स्थल पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पोस्टल बैलेट और ईवीएम की गिनती के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं. एजेंटों की तैनाती के बाद हर प्रक्रिया पर उनकी नजर बनी रहेगी.
जिला प्रशासन ने इस बार मतगणना की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने और किसी भी विवाद की संभावना को समाप्त करने के लिए तकनीकी उपायों का भरपूर उपयोग किया है. प्रत्याशी और उनके समर्थक अब 23 नवंबर का इंतजार कर रहे हैं, जब केदारनाथ उपचुनाव का परिणाम सामने आएगा.