केदारनाथ में फंसे 425 यात्री एयरलिफ्ट, बारिश से हुए नुकसान की सीएम धामी ने ली जानकारी
Kedarnath Cloud Burst: केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली और भीम बाली में बादल फटने की घटना सामने आई थी. इस हादसे में हजारों यात्री फंस गए थे. सीएम धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए.
Kedarnath Cloud Burst Update: उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी है. भारी बारिश की वजह से कल यानी बुधवार (31 जुलाई) को केदरनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली और भीम बली में बादल फट गया था. बादल फटने की वजह से मंदाकिनी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था. हादसे के दौरान भारी बोल्डर आने से मार्ग का 30 मीटर हिस्सा टूट गया था और करीब 50 से 200 तीर्थयात्री फंस गए थे. जिसके बाद बचाव कार्य अभियान शुरू किया गया था.
रुद्रप्रयाग जिले में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस और जिला प्रशासन के बेहतर समन्वय से केदारनाथ यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली में फंसे करीब 425 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है. इसके अलावा पैदल यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग और भीम बली के बीच फंसे 1100 यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग बनाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है.
सीएम धामी ने ली नुकसान की जानकारी
राज्य के विभिन्न हिस्सों में बुधवार रात को अतिवृष्टि से सड़कों, पैदल पुलों, बिजली और पेयजल लाइनों के साथ ही कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है. आपदा की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रात से ही सक्रिय हो गए और रात्रि में ही राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर राज्य भर में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली.
अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम धामी ने अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए. आज गुरुवार को मुख्यमंत्री का पूरा दिन आपदा प्रभावित इलाकों में बीता. उन्होंने टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले के आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही आपदा प्रभावितों का हाल भी जाना. साथ ही राहत और बचाव शिविरों में कई गई व्यवस्थाओं को परखा.
डेढ़ हजार यात्रियों को निकाला गया बाहर
मुख्यमंत्री धामी मोर्चे पर डटे तो उनकी पूरी टीम भी पूरी ताकत के साथ बचाव और राहत कार्यों में जुट गई. रुद्रप्रयाग जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने देर रात से ही रेस्क्यू अभियान की कमान संभाल ली. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस और प्रशासन के बेहतर समन्वय से शाम पांच बजे तक केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग और विभिन्न पड़ावों में फंसे करीब डेढ़ हजार यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया. केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है.
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