kedarnath by Election: उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों चुनाव प्रचार में जुटे हुए है. उपचुनाव में सीएम धामी ने भी भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार करने केदारनाथ पहुंचे. सीएम धामी ने कहा कि कांग्रेस ने अनु सूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को कभी उनका हक नहीं दिया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपने पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी का अपमान कर उन्हें पद छोड़ने को मजबूर कर दिया था.

सीएम धामी ने यह भी कहा कि  केंद्र में कांग्रेस आजादी के बाद छह दशकों तक सत्ता में रही.लेकिन उसने कभी भी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति को शीर्ष संवैधानिक पद देने के बारे में नहीं सोचा. रुद्रप्रयाग में आयोजित अनुसूचित जाति स्वाभिमान सम्मेलन में धामी ने कहा जब नरेन्द्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभाला तो उसके बाद रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू शीर्ष संवैधानिक पद तक पहुंचे.

20 नवंबर को है मतदान
केदारनाथ विधानसभा सीट भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन के कारण रिक्त हुई थी. केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.  इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने फिर से अपने पूर्व विधायक पर भरोसा जताया है. पार्टी ने आशा नौटियाल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मनोज रावत को उम्मीदवार बनाया है.

दो बार विधायक रह चुकी है आशा नौटियाल
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं का 20 फीसदी से अधिक है. इसलिए बीजेपी जनसभा में इन अनुसूचित जाति और जनजाति के जरिए कांग्रेस पर लगातार निशाना साध रही है. फिलहाल प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहीं नौटियाल दो बार पहले भी विधायक रह चुकी हैं.


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