Uttarakhand News: उत्तराखंड में बुधवार सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग में भीम बली के गदेरे में बादल फटने की घटना हुई है. रास्ते में भारी मलबा और बोल्डर गिरे हैं. पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. करीब 150-200 यात्री वहां फंसे बताये जा रहे हैं.
हादसे के बाद पैदल मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है. भीम बली में 150 से 200 तीर्थ यात्रियों के फंसे होने की आशंका है. अब तक किसी जनहानि की खबर नहीं है. लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ धाम में मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. भीम बली में बादल फटने के बाद मौके पर रेस्क्यू टीमें तैनात हैं.
रेस्क्यू अभियान जारी
वहीं, सेक्टर गौरीकुंड द्वारा सूचना प्राप्त मिली है कि नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गौरी माई मंदिर खाली करवा दिया गया है. सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. साथ ही नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण पार्किंग खाली करा दी गई है. घटना के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.
जबकि भारी बारिश को देखते हुए अस्पतालों को भी अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. रुद्रप्रयाग के जिलाधीश सौरभ गहरवार ने बताया कि केदारनाथ धाम में भारी बारिश लगातार जारी है. केदारनाथ में भारी बारिश के कारण भीमबली में बादल फटने से एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता वॉशआउट हो गया है. रास्ते में बड़े -बड़े बोल्डर आ गये हैं. लगभग 200 यात्रियों को भीमबली जीएमवीएन में सुरक्षित रोका गया है. कोई जनहानि नहीं हुई है.
बता दें कि पहाड़ से लेकर मैदान तक सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. पहाड़ पर कई जगह स्थिति बद से बदतर हो गई है. प्रदेश की सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. सभी बरसती नाले गदेरे भी उफान पर हैं. टिहरी जनपद के घनसाली में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई है और एक अन्य के घायल होने की सूचना है.