Kedarnath Dham: कल विधि-विधान से बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट, मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं का तांता
भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम की यात्रा अब समाप्ति की ओर पहुंच गई है. परंपरा के अनुसार धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे जिसके लिए जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है.
UP News: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट भैयादूज (Bhaidooj) के अवसर पर शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. 27 अक्टूबर यानी गुरुवार की सुबह विधि-विधान के साथ कपाट बंद होने के बाद 8.30 बजे सेना की भक्तिमय बैंड धुनों के साथ बाबा की पंचमुखी विग्रह उत्सव मूर्ति यात्रा के लिए निकलेगी. अपने विभिन्न पड़ावों से होते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी. इसके बाद डोली ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Mandir) पहुंचेगी जहां शीतकाल के लिए छह माह भोले बाबा के दर्शन होंगे.
मंदिर के बाहर लगा हुआ है श्रद्धालुओं का तांता
श्री बद्री-केदार मंदिर समिति केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने की तैयारियों में जुट गई है. कपाट बंद होने से पहले बाबा केदार के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. बुधवार को बाबा केदार की भोग मूर्तियों को चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान किया गया. इसके बाद विधि विधान से बाबा की डोली को मंदिर के सभामंडप में विराजमान किया गया. जहां तीर्थ पुरोहित समाज विधि-विधान से कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. वहीं मंदिर परिसर में श्रद्धालु अपने अंदाज में बाबा की विदाई की तैयारियां कर रहे हैं. श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के जयकारे लगाने के साथ ही पारंपरिक गीत और भजन गाते हुए नजर आए.
शनिवार सुबह ओंकारेश्वर पहुंचेगी बाबा की डोली
केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी टी गंगाधर लिंग ने बताया कि गुरुवार सुबह परंपरा के अनुसार सुबह 4 बजे बाबा केदारनाथ का भस्म, फल, घी और अन्न से अभिषेक किया जाएगा. इसके बाद भगवान छह महीने के लिए समाधि में चले जाएंगे. सुबह 8.30 बजे मंदिर से प्रस्थान के बाद यात्रा मार्ग से होते हुए बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली अपने पहले पड़ाव रामपुर में रात्रि प्रवास करेगी. शुक्रवार 28 अक्टूबर को डोली फाटा से होते हुए रात्रि विश्राम के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी. वहीं शनिवार 29 अक्टूबर को गुप्तकाशी से प्रस्थान कर सुबह करीब 11 बजे ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने संबधित अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को बाबा केदारनाथ धाम की सभी परंपराओं और विधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
प्रशासन ने सुलभ इंटरनेशनल और केदारनाथ नगर पंचायत को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं. कपाट बंद होने की तैयारियों को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय और उपाध्यक्ष किशोर पंवार भी केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. दोनों ने भगवान केदारनाथ और पंचमुखी डोली के दर्शन किए. इस दौरान दोनों ने व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया.
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