Kedarnath Dham: केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों ने दी पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को रोकने धमकी, जानें- क्या है पूरा मामला?
Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ धाम में 16 सितंबर से तीर्थ पुरोहित अपनी कई मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं. उनका कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वो पुनर्निमाण कार्य रोक देंगे.
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Kedarnath Dham News: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आमरण अनशन जारी है. इस बीच आंदोलनकारी तीर्थ पुरोहितों ने धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निमाण कार्यों को रोकने की धमकी दी है. आंदोलकारियों ने कहा कि क्रमिक अनशन को चार और आमरण अनशन को दो दिन हो गये हैं, लेकिन कोई भी उनकी सुध लेने नहीं आया है. ऐसे में अब केदारनाथ (Kedarnath Dham) के तीर्थ पुरोहित बुधवार से धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों को रोक देंगे.
केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित उनकी भूमि का अधिकार देने, 2013 की आपदा में ध्वस्त भवनों के स्थान पर बनाये गये नये भवनों का उन्हें सौंपने के साथ ही खड़े भवनों को न छेड़ने और केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में लगे सोने की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार से धाम के दो तीर्थ पुरोहित आमरण-अनशन कर रहे हैं, जबकि अन्य तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. कई तीर्थ पुरोहितों ने अपना नित्य पूजा-पाठ का कार्यक्रम भी छोड़ दिया है.
16 सितंबर से जारी है आंदोलन
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों ने कहा कि उनका आंदोलन 16 सितंबर से शुरू हो गया था, लेकिन अभी प्रशासन या फिर सरकार की ओर से उनकी सुध लेने नहीं आया है. यदि यही स्थिति रही तो वो बुधवार से धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों को बंद करवाना शुरू कर देंगे.
पुनर्निमाण कार्य रोकने की धमकी
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित उमेश पोस्ती ने कहा कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की मांगों से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. उन्होंने कहा कि सभी तीर्थ पुरोहितों ने गणेर्श चतुर्थी पर निर्णय लिया है कि वह अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. अगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. यही नहीं धाम में जो पुनर्निमाण कार्य किए जा रहे हैं उन्हें भी रोकने का काम किया जाएगा.
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