Chardham Yatra 2023: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) आने वाले यात्रियों को इस बार पैदल मार्ग पर ग्लेशियरों के बीच से होकर आवाजाही करनी होगी. पैदल मार्ग पर कई स्थानों पर 15 फुट से भी बड़े ग्लेशियर बने हैं. इन ग्लेशियरों को काटकर धाम तक रास्ता तैयार किया गया है. अभी भी धाम में मौसम खराब है. आए दिन शाम के समय बर्फबारी (Snowfall) हो रही है और ठंड बहुत है. ऐसे में इन ग्लेशियरों का अभी पिघलना मुश्किल है.



विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा का काउंटडाउन शुरू हो गया है. 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, जबकि 21 अप्रैल को बाबा केदार की डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी. इसके साथ ही 15 अप्रैल से स्थानीय लोगों को भी केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी जा रही है. इस बार मार्च महीने में धाम सहित पैदल मार्ग पर जमकर बर्फबारी हुई है. जिस कारण पैदल मार्ग के लिनचैली, भैरव गदेरा आदि स्थानों पर 15 फीट से भी बड़े ग्लेशियर बने हैं. इन ग्लेशियरों को काटकर मजदूरों ने रास्ता तैयार किया है.


बर्फ काटकर तैयार किया जा रहा रास्ता
अभी भी धाम में लगातार मौसम खराब हो रहा है और अत्यधिक ठंड पड़ रही है. ऐसे में अभी इन ग्लेशियरों का पिघलना मुश्किल है. जो भी यात्री यात्रा के शुरुआती चरण में केदारनाथ धाम आएंगे, वह ग्लेशियरो के बीच से होकर रोमांचित यात्रा करेंगे. ग्लेशियरों के भीतर से यात्रा करने का यात्रियों को अलग ही अनुभव प्रदान कराएगा. डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए बर्फ को हटाकर रास्ता तैयार कर लिया गया है. अब धाम में यात्रा को लेकर आवश्यक कार्य शुरू कर लिए जाएंगे. हालांकि बीच-बीच में मौसम अभी भी खराब हो रहा है, बावजूद इसके संबंधित अधिकारी औरकवं कर्मचारियों के साथ ही मजदूर यात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं.


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