Kedarnath: घोड़े-खच्चर संचालकों के खिलाफ प्रशासन ने की कार्रवाई, वसुला गया 31 हजार रुपये का जुर्माना
Uttarakhand: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर जिला पंचायत की ओर से यात्रा मार्ग में बिना लाईसेंस के संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों और हॉकरों पर चालान की कार्रवाई की गई है.
Rudraprayag: केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़ा-खच्चरों के संचालन से जाम और अव्यवस्था फैल रही है. हर दिन घोड़ा-खच्चर संचालकों की शिकायतें मिल रही हैं. ये संचालक यात्रियों को परेशान कर रहे हैं. एक हॉकर पांच से आठ घोड़ों का संचालन एक साथ कर रहे हैं. ऐसे में डीएम मयूर दीक्षित ने कड़ा रूख अपनाते हुए इन संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि केदारनाथ धाम में आए दिन घोड़े-खच्चर संचालकों की मनमानी की शिकायतें मिल रही हैं.
चालान करने के दिए निर्देश
दरअसल, संचालकों पर यह आरोप लग रहे हैं कि संचालक तीर्थयात्रियों से भी बदसलूकी से पेश आ रहे हैं. जिसे देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों का संचालन ठीक तरह से करवाने के साथ ही बिना लाईसेंस के घोड़ा-खच्चरों और हॉकर के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए चालान करने के निर्देश अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को दिए हैं.
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वसुला गया है 31 हजार का अर्थदंड
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर जिला पंचायत की ओर से यात्रा मार्ग में बिना लाईसेंस के संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों और हॉकरों पर चालान की कार्रवाई की गई है. अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेश कुमार ने बताया कि गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात सेक्टर और सहायक मजिस्ट्रेटों तथा जिला पंचायत के कर्मियों ने संयुक्त चैकिंग अभियान चलाया. टीम ने अभी तक 62 घोड़े-खच्चर संचालकों का चालान करते हुए 31 हजार रुपए का अर्थदंड वसूला है. उन्होंने बताया कि इनमें अधिकतर चालान बिना लाइसेंस के हॉकरों का चालान किया गया. उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों को घोड़े-खच्चरों के कारण कोई परेशानी न हो, इसके लिए निरंतर चैकिंग अभियान चलाया जायेगा. साथ ही बिना लाईसेंस के संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों एवं हॉकरों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए चालान की कार्रवाई की जाएगी.
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