Kedarnath Dham: कोरोना महामारी के कारण दो साल तक स्थगित रही कांवड़ यात्रा का आगाज इस बार केदारनाथ धाम में भक्तों की भारी भीड़ के साथ हुआ. कांवड़ यात्रा के शुरू होते ही भारी संख्या में कांवड़ यात्री केदारनाथ पहुंचने लगे हैं. इस दौरान बाबा केदार के दर्शनों के लिये कांवड़ यात्रियों की लंबी लाइन लगी रही और सम्पूर्ण केदारनगरी जय भोले के जयकारों से गुंजायमान हो उठी. बता दें कि दो साल बाद शुरू हुई कांवड़ यात्रा का विधिवत आगाज हो गया है. भोले के भक्त हजारों की संख्या में अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिये केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. 


बाबा केदार के दर्शन के लिए लगी है लंबी लाइनें
बारिश के कारण पिछले कुछ दिनों से सुनसान पड़ी केदारनगरी में भक्तों की खूब चहलकदमी होने लगी है और धाम का नजारा कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है. धाम में चारों ओर बाबा केदार के भक्त दिखाई दे रहे हैं, जो सम्पूर्ण केदारनगरी को जय भोले के जयकारों से गुंजायमान कर रहे हैं. बाबा केदार के दर्शनों के लिये भक्तों की लंबी लाइन लग रही है. टोकन सिस्टम होने के बावजूद भक्त लाइन में लगकर बाबा के दर्शनों का इंतजार कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से भी केदारनाथ में रेन शेल्टर का निर्माण किया गया है, जिससे बारिश में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा हो रही है.


केवल ढाई महीने में 8 लाख 80 हजार से अधिक भक्त दर्शन करने पहुंचे 
बारिश के बीच भी भोले के भक्त बाबा के दर्शनों के लिये लाइन में खड़े हो रहे हैं. पिछले दो साल उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए मुश्किल भरे थे. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण यात्रा दो सालों तक नहीं चल पाई, लेकिन इस बार एक बार फिर से यात्रा ने तेज गति से रफ्तार पकड़ दी है. केवल ढाई महीने के यात्रा सीजन में 8 लाख 80 हजार से अधिक भक्त केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने बताया कि कांवड़ यात्रा और सावन माह की शुरूआत हो गई है. इस माह में भगवान शिव के भक्त एक तीर्थ से जल लाकर दूसरे तीर्थ में जल चढ़ाने के लिये पहुंचते हैं. जो भी भक्त इस माह भगवान शिव को जल चढ़ाता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.


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