Rudraprayag News: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं का एक हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हेलीकॉप्टर में पायलट समेत सात लोग सवार थे, जिनकी मौके पर मौत हो गई. घटना के बाद केदारघाटी में हेली सेवाओं को बंद किया गया, जबकि इस दुखद घटना के बाद से केदारघाटी के साथ ही पूरे राज्य में शोक का माहौल है. वहीं अब तक हेली दुर्घटनाओं में 29 लोगों की मौत हो चुकी है.


साल 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर सर्विस देने वाली कंपनियों की बाढ़ सी आ गई थी. जिसके बाद यात्रियों को भी सुविधा देने के मकसद से यहां पर हेलीपैड और अन्य सुविधाओं को भी बढ़ाया गया लेकिन 2013 की आपदा के बाद से अब तक 6 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं. इनमें वायुसेना का एक एमआई 17 और चार प्राइवेट हेलीकॉप्टर शामिल हैं. 


हादसे में सात लोगों की मौत 
बता दें कि मंगलवार को आर्यन कंपनी के सात सीटर हेलीकॉप्टर ने छह यात्री के साथ केदारनाथ से गुप्तकाशी स्थित नाला हेलीपैड के लिए उड़ान भरी. इसी बीच 3 मिनट के अंतराल में ही गरुड़चट्टी के पास सुबह साढ़े 11 बजे के करीब हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकराते हुए क्रैश हो गया. हेलीकॉप्टर केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रहा था. केदारनाथ से ढाई किमी पहले ये हादसा हुआ. जिस रास्ते पर ये हादसा हुआ, वो केदारनाथ धाम का पुराना रास्ता था. घटना में सभी सात लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि घने कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर गरुड़चट्टी की पहाड़ी से टकरा गया, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ. पायलेट को एयर रूट नहीं दिखाई दिया और हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकरा गया. 


इधर, घटनास्थल पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने सभी सात शव बरामद कर लिए हैं. एक शव आग से जल गया है, जबकि अन्य शवों की हेलीकॉप्टर से पहाड़ी से छिंटकर इधर-उधर टकराते हुए दर्दनाक मौत हो गई. मृतकों में तीन यात्री गुजरात एवं तीन यात्री तमिलनाडू समेत महाराष्ट्र निवासी पायलेट बताया गया है. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दुखद घटना में सभी सात लोगों की मौत हो गई. रेस्क्यू टीम ने सभी सात शव बरामद कर लिए गए हैं. वहीं घटना के बाद सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद रही. घटना के बाद जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार भी घटना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया हेली क्रैश का कारण अचानक मौसम खराब होना प्रतीत हो रहा है. केदारनाथ में अभी भी मौसम खराब है. यहां बर्फबारी हो रही है.


आपदा के बाद से अब तक 6 हेलीकॉप्टर हो चुके हैं क्रैश
साल 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर सर्विस देने वाली कंपनियों की बाढ़ सी आ गई थी. जिसके बाद यात्रियों को भी सुविधा देने के मकसद से यहां पर हेलीपैड और अन्य सुविधाओं को भी बढ़ाया गया लेकिन 2013 की आपदा के बाद से अब तक 6 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं. इनमें वायुसेना का एक एमआई 17 और चार प्राइवेट हेलीकॉप्टर शामिल हैं. जिस वक्त केदारनाथ का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था, उस वक्त एमआई 17 वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें वायुसेना के 20 अधिकारियों की मौत हो गई थी और इसी हादसे में दो प्राइवेट पायलटों की भी मौत हुई थी.


इन सभी हादसों का मुख्य कारण भी खराब मौसम में उड़ान भरना बताया गया था. साल 2013 में 21 जून को एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर गरुड़चट्टी के पास पहाड़ी से टकराकर क्रैश हो गया था. इस घटना के 4 दिन बाद ही 25 जून 2013 को ही एक सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. फिर 24 जुलाई 2013 को केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, जिसमें एक पायलट और एक इंजीनियर की मौत हुई थी. जबकि 3 अप्रैल 2018 को एक सेना का हेलीकॉप्टर बिजली के तार में उलझकर क्रैश हुआ था. हालांकि इस घटना में सभी लोग सुरक्षित बच गए थे. अब तक हुई इन तमाम घटनाओं में 29 (7 वर्तमान घटना) लोगों की मौत हो चुकी है. इतना ही नहीं, 31 मई 2022 को भी एक हेलीकॉप्टर क्रैश होने से बाल-बाल बचा था. इसका सीसीटीवी फुटेज उस वक्त सामने आया था, जब केदारनाथ में हेलीकॉप्टर लैंड कर रहा था.


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