Kedarnath Yatra: केदारनाथ पैदल मार्ग पर हथनी (Hathni) और भैरव गदेरा (Bhairav Gadera ) ग्लेशियरों को पार करने में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भैरव गदेरा ग्लेशियर पर घंटों तक जाम भी लग रहा है. यहां पर केदारनाथ आने-जाने वाले घोड़े-खच्चर व पैदल चलने वाले यात्रियों की एक साथ आवाजाही होने के कारण दिक्कतें हो रही हैं. लगभग पचास मीटर लंबे ग्लेशियर (Glacier) को पार करने में करीब एक घंटे का समय लग जा रहा है.
अब तक जारी है बर्फबारी
केदारनाथ धाम में इस बार अभी तक बर्फबारी जारी है. इस कारण केदारनाथ पहुंच रहे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी केदारनाथ धाम से लगभग चार किमी नीचे स्थित भैरव ग्लेशियर को पार करने में हो रही है.
ग्लेशियर को काट कर बनाया गया है रास्ता
यहां पर लगभग पचास मीटर और बीस फीट ऊंचे ग्लेशियर को काटकर रास्ता तैयार किया गया है. रास्ता बेहद संकरा है. यहां पर एक साथ केदारनाथ आने-जाने वाले घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी और पैदल यात्री चल रहे हैं. ऐसे में यहां पर जाम की स्थिति बन रही है.
तैनात किए गए हैं जवान
हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर एसडीआरएफ और डीडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है. लेकिन, फिर भी व्यवस्थाएं नहीं सुधर रही हैं. यहां पर ग्लेशियर से दुर्घटना होने का खतरा भी बना हुआ है. यात्रियों को हमेशा सावधान रहने की जरूरत है, ताकि संभावित खतरों को समय रहते टाला जा सके.
क्या कहा आपदा प्रबंधन अधिकारी ने जानें
रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी नदंन सिंह रजवार ने कहा कि पैदल मार्ग पर जो भी ग्लेशियर हैं, वहां यात्रियों की सुरक्षा के लिये एसडीआरएफ, डीडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है. यह जवान हर समय यात्रियों की सुरक्षा में तैनात रहेंगे और हिमस्खलन आदि की घटनाओं पर नजर बनाकर रखेंगे.
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