Kedarnath Yatra 2023: शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से बाबा केदार अपने धाम रवाना, भक्तों की उमड़ी भीड़
Kedarnath Dham: बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा के साथ हजारों की संख्या में भक्त साथ चल रहे हैं. स्थानीय वाद्य यंत्र और आर्मी बैंड बाबा केदार की डोली की अगुवाई कर रहे हैं.
Kedarnath Yatra 2023: छह महीने के इंतजार के बाद आज भगवान केदारनाथ अपने धाम (Kedarnath Dham) के लिये रवाना हो गये हैं. बाबा केदार को हिमालय रवाना करने के लिये भक्तों का हुजूम उमड़ा पड़ा. सम्पूर्ण केदारघाटी जय बाबा केदार के जयकारों से गुंजायमान हो उठी. डोली को हिमालय भेजते समय भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है. अब 24 अप्रैल को बाबा केदार की डोली केदारनाथ पहुंचेगी और 25 अप्रैल को सुबह छह बजकर बीस मिनट पर बाबा केदार के कपाट आम भक्तों के लिये खोल दिये जाएंगे.
हजारों भक्तों के जयकारों, आर्मी बैंड की मधुर धुनों और स्थानीय वाद्य यंत्रों की थाप के बीच आज बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ धाम के लिये रवाना हो गई है. डोली को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से रवाना करने के लिये हजारों की संख्या में स्थानीय और देश-विदेश के भक्त उमड़ पड़े. सम्पूर्ण केदारघाटी आज जय बाबा केदार के जयकारों से गूंज रही थी. बाबा केदार का शीतकालीन गददीस्थल श्रद्धालुओं से भरा हुआ था. श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी थी कि कही भी पैर रखने की जगह नहीं थी.
बाबा केदार की डोली को फूल-मालाओं से भव्य तरीके से सजाया गया
बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा 10 बजे शीतकालीन गद्दीस्थल से धाम के लिये रवाना हुई. रास्ते में भी जगह-जगह भक्तों ने डोली का भव्य स्वागत किया. आज डोली अपने पहले रात्रि प्रवास के लिये गुप्तकाशी पहुंची. कल डोली द्वितीय रात्रि प्रवास फाटा में करेगी. 23 अप्रैल को तृतीय रात्रि प्रवास के लिये बाबा केदार की डोली गौरीकुंड और 24 अप्रैल को डोली केदारनाथ पहुंचेगी. जिसके बाद 25 अप्रैल सुबह छह बजकर बीस मिनट पर बाबा केदार के कपाट आम भक्तों के दर्शनों के लिये खोल दिये जाएंगे.
बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा के साथ हजारों की संख्या में भक्त साथ चल रहे हैं. स्थानीय वाद्य यंत्र और आर्मी बैंड बाबा केदार की डोली की अगुवाई कर रहे हैं. डोली रवाना होने से पूर्व केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने केदारनाथ के मुख्य पुजारी को छह माह पूजा का संकल्प दिलाया. बाबा केदार की डोली को फूल-मालाओं से भव्य तरीके से सजाया गया है.