Kedarnath Yatra 2023: गौरीकुंड से केदारनाथ रास्ते पर घोड़े-खच्चर संचालकों और डंडी-कंडी वालों के रजिस्ट्रेशन इस बार अनिवार्य कर दिये गये हैं. पुलिस (Uttarakhand Police) इन सबका पूरा डेटा तैयार कर रही है, जिसमें यहां पर सेवाएं देने वाले सभी लोगों के नाम-पते और मोबाइल नंबर पुलिस के पास होंगे. दरअसल, पिछले साल केदारनाथ मार्ग पर कंडी से गहरी खाई में गिरने से पांच साल के बच्चे की मौत हो गई थी और कंडी संचालक फरार हो गया था, जिसका कोई पता नहीं चल पाया था. इसी घटना के बाद पुलिस ने इस बार ये सबक लिया है. 


इस बार गौरीकुंड से केदारनाथ मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों के साथ ही डंडी और कंडी संचालकों के नाम, पते, फोन नंबर पुलिस के पास रहेंगे. इस मार्ग पर ऐसे सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन होने के बाद ही कोई काम कर पायेगा. पिछले साल की एक दुखद घटना के बाद पुलिस ने ये सबक लिया है. 


कंडी से गहरी खाई में गिरने से हुई थी मौत
चार जुलाई 2022 को कंडी से गहरी खाई में गिरकर पांच साल के एक मासूम की मौत हो गई थी, जबकि कंडी संचालक कौन था इसका कोई पता ही नहीं चल पाया था. उत्तर प्रदेश के आगरा का रहने वाले एक परिवार केदारनाथ यात्रा पर आया था. बच्चे ने कंडी में बैठने की जिद की तो परिवार ने पांच साल के बच्चे को कंडी में बैठा दिया, लेकिन कंडी संचालक की लापरवाही से बच्चा 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया था और उसकी मौत हो गई थी, जबकि संचालक वहां से फरार हो गया और काफी पता करने पर भी उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी. 


आईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल ने बताया कि इस बार गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर चलने वाले ऐसे सभी डंडी कंडी संचालक और घोड़े खच्चरों के संचालकों की पूरी जानकारी पुलिस के पास रहेगी, ताकि किसी भी तरह की दिक्कत होने पर संचालक का पता लगाया जा सके. इसके लिए रजिस्ट्रेशन किये जा रहे हैं.


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