Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ यात्रा का काउंटडाउन शुरू हो गया है. केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की यात्रा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यात्रा से जुड़े विभागों को 25 अप्रैल से पहले हर हाल में सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिये कहा गया है. हालांकि इस बार मौसम खराब रहने के कारण यात्रा तैयारियां करने में देरी हुई है. धाम सहित पैदल मार्ग पर अभी तक आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं जुट पाई हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि एक सप्ताह में प्रशासन कितनी व्यवस्थाएं धाम में जुटा पाता है और यात्रियों की सुविधाओं का कितना ख्याल रखा जाता है. वहीं दूसरी ओर इस बार उत्तराखंड के चारों धामों में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं. केदारनाथ धाम के लिये रजिस्ट्रेशन की संख्या पांच लाख से पार पहुंच चुकी है.


कोरोना महामारी के बाद साल 2022 की केदारनाथ यात्रा में रिकॉर्ड 16 लाख यात्री पहुंचे थे. इस बार भी अभी तक उत्तराखंड के चारों धामों में से सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये हुए हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार 2022 की यात्रा का भी रिकॉर्ड टूटेगा. इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार केदारनाथ धाम की यात्रा लगभग एक माह और भी चलेगी. 2022 की यात्रा 6 मई को शुरू हुई थी और कपाट बंद 26 अक्टूबर को हुये थे. जबकि इस बार 25 अप्रैल को कपाट खुल रहे हैं और कपाट बंद हमेशा की तरह भैयादूज पर बंद होंगे. इस बार भैयादूज 15 नवम्बर को आ रहा है. ऐसे में पिछली बार की तुलना में इस बार एक महीने की यात्रा बढ़ गई है.  


जो यात्री शुरूआती चरण में दर्शन नहीं कर सकते हैं, वह बरसात के महीनों के बाद भी दर्शन कर सकते हैं. शुरूआती चरणों में जहां अत्यधिक भीड़ रहती है. वहीं बरसात के बाद भीड़ थोड़ा कम हो जाती है.


पैदल मार्ग को अब पूरी तरह से आवाजाही लायक बना दिया गया है
केदारनाथ पैदल मार्ग को अब पूरी तरह से आवाजाही लायक बना दिया गया है. पैदल मार्ग पर इंसानों के अलावा घोड़े-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. मार्ग पर आवाजाही शुरू होने के बाद आवश्यक सामग्री धाम पहुंचा रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय लोग भी धाम पहुंच रहे हैं. धाम में अब द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू हो गये हैं. इस बार की यात्रा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.


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यात्रा से जुड़े विभागीय अधिकारियों के साथ रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि यात्रा तैयारियां अंतिम चरण में हैं. पिछले 15 से बीस दिन में मौसम धाम सहित नीचे वाले क्षेत्र में खराब है. बावजूद इसके एक सप्ताह में कार्यों को पूर्ण करने की कोशिश की जा रही है. पैदल मार्ग सहित केदारनाथ एनएच पर कार्य जारी है. घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य के लिये इस बार नई पहल की गई है. बद्री-केदार मंदिर समिति भी लगातार कार्य कर ही है.