Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओ को नहीं होगी भाषा की परेशानी, लोकल लेंग्वेज जानने वाले जवान होंगे तैनात
Kedarnath Dham: पुलिस अधीक्षक ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को लेकर पुलिस द्वारा भी प्लान तैयार किये जा रहे हैं. अलग-अलग राज्यों के जवानों की तैनाती होगी ताकि भाषा संबंधी परेशानी न हो.
Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. यात्रा को लेकर इस बार पुलिस की ओर से नये प्लान तैयार किये गये हैं, जिनको लेकर पुलिस अधीक्षक डाॅ विशाखा भदाणे ने पत्रकारों से बातचीत की इसके साथ ही उन्होंने यात्रा को लेकर पत्रकारों से सुझाव भी मांगे, जिन पर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया गया है. इसके अलावा केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (Kedarnath National Highway) पर डेंजर जोन (Danger Zone) के ट्रीटमेंट को लेकर भी एसपी ने जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी है.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसपी डाॅ विशाखा भदाणे ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें सुविधाएं नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किये जाएंगे.
लोकल लेग्वेंज के जवानों की होगी तैनाती
एसपी ने कहा कि यात्रा के दौरान लोकल लैंग्वेज की बड़ी समस्या होती है. बाहरी राज्यों से आए यात्री ऐसे होते हैं, जो अपनी भाषा में ही समझ पाते हैं. उन्हें हिन्दी भाषा का भी ज्ञान नहीं होता है. ऐसे में पुलिस प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए ऐसे जवानों की तैनाती की जाएगी, जो विभिन्न राज्यों की भाषाओं का ज्ञान रख सकें. इसके अलावा उन जवानों का चयन किया जाएगा, जिनकी व्यवहारिकता ही उनकी पहचान है. ऐसे जवानों को केदारनाथ यात्रा में तैनात किया जाएगा, जिससे वे तीर्थयात्रियों को व्यवहार कुशलता से समझा सकें और उनकी हर संभव मदद कर सकें.
पार्किंग को लेकर होंगे विशेष इंतजाम
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को लेकर पुलिस द्वारा भी प्लान तैयार किये जा रहे हैं. गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक जिन लोगों की राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे जमीन हैं, उनकी जमीन पर पार्किंग बनाकर यात्रियों को सुविधाएं दी जाएंगी. साथ ही स्थानीय लोगों को इससे रोजगार मिल सकेगा. पिछले साल की तरह इस बार जिला पंचायत सड़क किनारे वाहनों से कोई शुल्क नहीं लेगा, बल्कि पुलिस प्रशासन सड़क किनारे किसी भी वाहन को खड़ा नहीं होने देगा. यात्रियों के वाहन सड़क किनारे लगाने के बजाय पार्किंग स्थलों में लगवाये जाएंगे, जिससे जाम की स्थिति न बन सके.
मजदूरों का होगा पंजीकरण
एसपी भदाणे ने कहा कि इस बार घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी के अलावा अन्य मजदूरों का पंजीकरण किया जाएगा और इनके आईडी प्रूफ बनाए जाएंगे, जिससे कोई भी घटना होने पर इनकी पहचान हो सके. उन्होंने कहा कि पिछली बार घटना के बाद मजदूरों के भागने की घटनाएं भी सामने आई थी, जिसमें उन्हें ढूंढना मुश्किल हो गया था. ऐसे में मजदूरों पर कड़ी नजर रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से जवानों को तैनात किया जाएगा.
एसपी ने कहा कि रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई ऐसे डेंजर जोन के अलावा खतरे के निशान हैं, जहां की रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दी गई है. राजमार्ग पर पैराफिट, क्राश बैरियर के अलावा सुरक्षा दीवार लगाने की आवश्यकता है. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर मीट-मांस का व्यवसाय नहीं होने दिया जाएगा, जबकि शराब बेचने वालों पर कड़ी नजर रखते हुए आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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