Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ धाम में मौसम ने बढ़ाई प्रशासन की चिंता, बर्फबारी के बाद ग्लेशियर काटकर बनाया जा रहा रास्ता
Kedarnath Dham: केदारनाथ यात्रा की तैयारियों में अगर मौसम इसी प्रकार बाधक बना रहा तो यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा केदारनाथ धाम में रहने वाले स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें हो सकती हैं.
Kedarnath News: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में पैदल मार्ग पर मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. पिछले दिनों हुई बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के भैरव गदेरे और लिनचोली में ग्लेशियर टूटने से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब यहां से एक बार फिर ग्लेशियर को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है..मजदूर यहां जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं. लगातार मौसम खराब रहने के कारण अब प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ गई हैं.
यात्रा तैयारियों में मौसम इसी प्रकार बाधक बना रहा तो यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा केदारनाथ धाम में रहने वाले स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें हो सकती हैं. चारधाम यात्रा शुरू होने में अब एक ही महीने का समय बचा हुआ है, लेकिन यात्रा तैयारियां करने में मौसम साथ नहीं दे रहा है.
एक हफ्ते तक धाम में लगातार हुई बर्फबारी के बाद दो दिन तक मौसम साफ रहा, लेकिन फिर एक बार मौसम खराब हो गया है. लगातार मौसम खराब रहने के कारण प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं. मजदूरों ने पैदल मार्ग से बर्फ को काटकर पूरी तरह आवाजाही लायक बना दिया था, लेकिन पिछले दिनों ग्लेशियर के टूटने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था.
मजदूरों की मेहनत पर फिर रहा है पानी
अब दोबारा से मजदूर जान जोखिम में डालकर ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जैसे ही मजदूर रास्ता साफ कर रहे हैं, वैसे ही धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो रही है. ऐसे में मजदूरों की मेहनत पर पानी फिर रहा है. एक अप्रैल तक किसी भी हाल में प्रशासन के सामने पैदल मार्ग पर आवाजाही कराने की समस्या है. यदि पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू नहीं होती है तो धाम में यात्रा तैयारियों के अलावा आवश्यक सामग्री का पहुंचना मुश्किल है.
केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने में सभी अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए हैं. भैरव ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर और बड़ी लिनचोली के पास बड़े हिमखंड र ग्लेशियर आने से यात्रा मार्ग आवाजाही के लिए बंद है और यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए के मजदूर बर्फ हटाने का कार्य तेज गति से कर रहे हैं, जिससे कि मार्ग को आवाजाही के लिए जल्द से जल्द शुरू किया जा सके.
मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा
इसके साथ ही पैदल यात्रा मार्ग में जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त है और रैलिंग टूटी हुई हैं, उनका मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है. जल संस्थान विभाग स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपम्प और पेयजल लाईनों का मरम्मत कार्य कर रहा है. साथ ही घोड़े-खच्चरों को पानी उपलब्ध कराए जाने के लिए पानी की चरियों की मरम्मत और निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. साथ ही सुलभ इंटरनेशनल द्वारा यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है. साथ ही सोनप्रयाग और गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी में पड़े कचरे की भी सफाई पर्यावरण मित्रों द्वारा तेजी से की जा रही है, जिससे मंदाकिनी नदी निर्मल और स्वच्छ बनी रहे.
चिकित्सा विभाग तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग पर स्थापित की जाने वाली एमआरपी केंद्रों का मरम्मत कार्य कर रहा है जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग भी यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण औक क्षतिग्रस्त दीवारों के मरम्मत कार्य में जुटा है. डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर मजदूरों द्वारा लगातार बर्फ को हटाने का कार्य किया जा रहा है. मौसम साथ देता है तो अन्य कार्य भी शुरू होंगे. केदारनाथ धाम से लेकर पैदल मार्ग पर दो सौ के करीब मजदूर काम कर रहे हैं. पैदल मार्ग को दुरूस्त किया जा रहा है. भैरव गदेरा में ग्लेशियर टूट गया था, उसे दुरूस्त किया जा रहा है.मौसम के साथ न देने के कारण कार्य करने में देरी हो रही है.
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