Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ यात्रा पर मौसम की मार देखने को मिल रही है. इस बार बर्फबारी देर से होने के कारण जहां यात्रा तैयारियां भी देर से शुरू की गई, जबकि पुनर्निर्माण के कार्य भी देर से ही शुरू हो पाए हैं. जबकि केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में दो दिनों से हुई बर्फबारी के कारण 2 से तीन फीट तक नयी बर्फ जम चुकी है, जिसे साफ करने में डीडीएमए के मजदूर जुटे हैं. अभी भी धाम में बर्फबारी हो रही है. प्रकृति के सामने प्रशासन भी नतमस्तक दिखाई दे रहा है.
बता दें कि ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे, लेकिन धाम में हो रही बर्फबारी के कारण यात्रा तैयारियों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. धाम में दो दिनों से लगातार बर्फबारी जारी है. ऐसे में जहां यात्रा तैयारियों में अड़चने पैदा हो रही हैं, वहीं पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़ चुके हैं. धाम में डीडीएमए और अन्य संस्थाओं के मजदूर बर्फ को साफ करने में जुटे हैं, जिससे धाम में यात्रा व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जा सके. साथ ही पुनर्निर्माण के कार्य भी किये जा सकें. मगर लगातार हो रही बर्फबारी के कारण कार्य करने में दिक्कतें हो रही है.
यात्रा तैयारियों को पूरा करना चुनौती
धाम में हो रही बर्फबारी के कारण जिला प्रशासन के सामने यात्रा तैयारियों को पूरा करना भी चुनौती बन गई है. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि विगत दो दिनों से मौसम खराब होने से केदारनाथ धाम व यात्रा मार्ग में व्यवस्थाओं और कार्यों में व्यवधान हो रहा है. भैरव गदेरे के समीप ग्लेशियर आने के कारण यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया था और केदारनाथ धाम में कुछ पेयजल लाईनें, विद्युत पोल एवं ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त एवं बनाए जा रहे टैंट को क्षति हुई है.
मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में लगे श्रमिकों द्वारा कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए बर्फ हटाने और व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ अवरुद्ध यात्रा मार्ग को आवागमन के लिए सुचारू कर दिया गया है और संबंधित विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को त्वरित गति से करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण हो सकें.