UP News: बसपा सुप्रीमो मायावती को बीजेपी विधायक ने भ्रष्ट कहा, जिसे लेकर सियासत गरमा गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर बीजेपी को घेरते हुए आरोपी विधायक पर कार्रवाई की मांग की है, जिसके बाद अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उन पर पलटवार किया है. डिप्टी सीएम ने गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाते हुए अखिेलेश यादव से ही माफी की मांग की. 


केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच की तकरार किसी से छुपी नहीं है. अक्सर तमाम मुद्दों को लेकर दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिलती है. ऐसा ही बसपा सुप्रीमो मायावती पर बीजेपी विधायक द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर हुआ. 


केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार
अखिलेश यादव ने जब इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा तो केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि 'बहन मायावती जी यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और देश की वरिष्ठ नेता हैं, सैद्धांतिक तौर से भाजपा सभी विपक्षी नेताओं का सम्मान करती है. आप आपकी पार्टी सपा का इतिहास OBC/SC/ST समाज के धुर विरोधी का है. गेस्ट हाउस कांड याद है तो पहले उसके लिए माफी मांग लें.'



दरअसल मथुरा की मांट सीट से विधायक और बीजेपी प्रवक्ता राजेश चौधरी ने एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान मायावती के यूपी की सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया और कहा कि उनको हमने पहली बार मुख्यमंत्री बनाया ये हमारी भूल थी. उनके इस बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी आपत्ति जताई और मानहानि का मुक़दमा करने की बात कह डाली. 


अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति मतभेद अपनी जगह होते हैं लेकिन, एक महिला के रूप में उनका मान-सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है. भाजपाई कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी, ये भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है और बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना कि वो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं, बेहद आपत्तिजनक है. सपा अध्यक्ष ने बीजेपी विधायक से माफी की मांग की. 


वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपना साथ देने के लिए सपा अध्यक्ष को धन्यवाद दिया और बीजेपी विधायक को दिमागी तौर पर बीमार बताते हुए इलाज कराने की सलाह दी.