Keshav Prasad Maurya News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने केंद्र की सत्ता में वापस आने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रयासों का एक तरह से मजाक उड़ाते हुए सोमवार को कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि कम से कम 2047 तक शीर्ष पद (प्रधानमंत्री) के लिए ‘‘कोई रिक्ति नहीं है.’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मौर्य ने अमेठी और रायबरेली के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने में देरी के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी इतनी डरी हुई है कि वह उन सीट के लिए उम्मीदवारों का नाम नहीं दे पा रही है जिन्हें वह हमेशा अपनी ‘पुश्तैनी सीट’ मानती थी. उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस को ‘गांधी परिवार’ पर भी विश्वास नहीं है.
राहुल गांधी पर साधा निशाना
मौर्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि लोग कांग्रेस को जनादेश देने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उन्होंने देखा है कि इस सबसे पुरानी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार से देश को तबाह कर दिया. मौर्य से जब पूछा गया कि आप जब दावा कर रहे हैं कि साल 2024 का चुनाव जीतकर नरेन्द्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे तो क्या राहुल गांधी को 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू करनी चाहिए, तो उन्होंने कहा, ‘‘2047 तक कोई रिक्ति नहीं है.’’
डिप्टी सीएम ने कहा कि राहुल गांधी की प्रधानमंत्री बनने की बेताबी उनकी ओर से बार-बार जातीय मुद्दा उठाने से स्पष्ट है लेकिन उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) या अनुसूचित जनजाति (एसटी) की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘वह प्रधानमंत्री की कुर्सी पाने के लिए बेताब हैं लेकिन वह जो कुछ भी करते हैं, उसमें सफल नहीं होने वाले हैं. उनके सभी मुद्दे खोखले हैं और उनका ओबीसी मुद्दा पहले ही ‘पंक्चर’ हो चुका है.’’
केशव मौर्य ने कहा कि देश 'अमृत काल' पूरा होने के बाद अब ‘शताब्दी काल’ में प्रवेश कर गया है और इस अवधि के दौरान, लोग देश को कांग्रेस के हाथों में देने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि लोगों ने 60 साल तक कांग्रेस पर भरोसा किया और देखा कि उसके शासन के दौरान क्या हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी ने देश को बर्बाद किया और भ्रष्टाचार के दलदल में डाला तो वह कांग्रेस है. इसलिए मैं कहता हूं कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह कितनी भी कोशिश कर लें, कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) को खिलने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि हम इतनी मेहनत कर रहे हैं.’’ भाजपा नेता ने कहा कि यह सच है कि कांग्रेस इस समय डरी हुई है. ‘‘ऐसा लगता है कि उन्हें न तो गांधी परिवार पर भरोसा है ना राहुल गांधी पर ना ही प्रियंका गांधी पर... जो लड़की हूं, लड़ सकती हूं जैसे बड़े भाषण देती हैं. सभी दल अपनी पहली सूची में बड़े नेताओं के नामों की घोषणा करते हैं। वे अमेठी और रायबरेली को अपनी पुश्तैनी सीट कहते थे, लेकिन वे अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाए हैं।’’
मौर्य ने कहा, ‘‘जब हम कहते हैं कि हम उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतेंगे तो यह हमारा अहंकार या अति-आत्मविश्वास नहीं है, बल्कि यह उस काम के आधार पर है जो हमने जमीन पर किया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता है.’’
लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश की 80 सीट पर सभी सात चरणों में मतदान होना है. अंतिम चरण का मतदान 1 जून को समाप्त होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य में अकेले 62 सीट जीती थीं, जबकि 2014 के चुनावों में उसे 71 सीट मिली थीं. उसके सहयोगी दलों ने भी दोनों बार कुछ सीट जीतीं.
राहुल गांधी 2014 में अमेठी से जीते थे लेकिन 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे. उनकी मां सोनिया गांधी ने 2014 के साथ-साथ 2019 में भी रायबरेली से जीत हासिल की थी लेकिन उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाद्रा को दोनों सीटों में से किसी एक से उतारा जा सकता है.
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