Tirupati Temple Prasadam: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल होने की बात सामने आई है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का आरोप है कि पिछली सरकार में प्रसाद में मिलावट की जाती थी. जिस पर सियासी घमासान भी छिड़ गिया है. इस पूरे विवाद पर यूपी की डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की भी प्रतिक्रिया सामने आई हैं, 


उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तिरुपति मंदिर में प्रसादम विवाद पर कहा कि मैं खुद भी भगवान तिरुपति बालाजी, भगवान रामलला का भक्त हूं. कहीं भी अगर किसी तीर्थस्थल में इस तरह की शिकायत होगी तो वहां की सरकारें जो जरूरी कदम उठाएंगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भी उत्तर प्रदेश में इस बात का ध्यान रखेगी. 



प्रसादम में मिलावट पर कही ये बात
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर किसी ने ऐसा किया है तो ये बहुत गलत है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. तिरुपति बालाजी विश्व प्रसिद्ध मंदिर हैं. यहां देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु हर साल दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में इस मंदिर के प्रसाद में मिलावट की बात सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. तमाम साधु संतों और हिन्दू संगठनों पर इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. 


बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पिछली सरकार में लड्डू प्रसादी को बनाने वाले घी में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी. इस मामले को लेकर नायडू की टीडीपी और विपक्षी YSRCP के बीच आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है. YSRCP ने आरोप लगाया कि सियासी फायदे कि लिए जघन्य आरोप लगाए जा रहे हैं. जबकि टीडीपी लैब रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगा रही है. 


बीजेपी ने इसे पूरे मामले को लेकर निशाना साधा है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने तिरुपति मंदिर बोर्ड में गैर हिन्दुओं को नियुक्त किया था, जिससे मंदिर की पवित्र परंपराओं से समझौता किया गया है.