Pilibhit News Today: पीलीभीत में मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तानी आतंकवादियों की पुलिस हिस्ट्री तलाशने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में पुलिस ने पीलीभीत के उस होटल के मैनेजर से पूछताछ की है, जहां पर ये ठहरे हुए थे. पुलिस ने होटल मैनेजर से पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. 


एनकाउंटर में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों ने बलिया के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल पूरनपुर के होटल में रुकने के लिए किया था. पुलिस के मुताबिक, तीनों आतंकवादियों ने कुलदीप सिंह, हीरा सिंह और मंजीत सिंह नाम की फर्जी आईडी से होटल में कमरा बुक कराया था.


होटल दस्तावेजों को कब्जे में लिया
एनआईए और पुलिस की टीम ने होटल के दस्तावेजों को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक, तीनों आतंकी 20 दिसंबर को पूरनपुर हाइवे पर स्थित हरजी होटल में रुके थे. इसके बाद 21 दिसंबर की रात 9.40 बजे होटल से चेक आउट किया था.


इस संबंध में पीलीभीत एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि इस घटना के बाद लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जांच में पता चला है कि पूरनपुर थाना कोतवाली क्षेत्र के एक होटल में तीनों आतंकवादी 20 दिसंबर की रात को लगभग 8 और 9 बजे के बीच में आए थे.


होटल मैनेजर ने किया ये खुलासा
पीलीभीत एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि होटल मैनेजर ने बताया कि तीनों के साथ कुछ लोग आए थे, जिन्होंने होटल मैनेजर के व्हाट्सऐप पर तीन आधार कार्ड दिए थे. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों में से एक वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि ने अपनी आईडी कुलदीप सिंह उर्फ बलजीत सिंह के नाम पर दिया था, इसी तरह प्रताप सिंह उर्फ जेसन प्रीत ने हीरा सिंह पुत्र दलजीत सिंह और गुरुविंदर सिंह ने अपना नाम आईडी में मंजीत पुत्र सुरजीत बताया था.


एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि तीनों आतंकवादियों ने आधार कार्ड में आदर्श नगर, बलिया का पता दर्ज कराया था. ये तीनों आईडी फेक थी, जांच में उनके आधार कार्ड भी फर्जी पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि तीनों ने होटल मैनेजर पैसे में छूट देने के लिए किसी अन्य से फोन पर बात भी कराई थी. इसके बाद 21 दिसंबर को रात को 9.40 बजे ये लोग निकल गए थे. इस मामले सारे लिंक को स्थापित करने की कोशिश की जा रही है. होटल रिकॉर्ड और फर्जी आईडी को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है.


पनाह देने वालों की तलाश जारी
इसके अलावा पीलीभीत पुलिस तीनों खालिस्तानी आतंकियों के पनहगारों की तलाश में कर रही है. एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि तीनों आतंकी पीलीभीत में सुबह मोटरसाइकिल से घूम रहे थे, यह मोटरसाइकिल एक दिन पहले चोरी की गई थी, ऐसे में संभावना है कि यह पीलीभीत एक दिन पहले ही आए हो और किसी न किसी ने इन्हें पनाह दी हो. इसकी जांच के लिए 12 टीमें बनाई गई है, जो जिले में सर्च ऑपरेशन चलाएंगी. 


इसके साथ ही एसपी अविनाश पांडे ने बताया कि जिस दिन एनकाउंटर हुआ था उसी दिन एनआईए की टीम पूरनपुर थाने आई थी और उन्होंने जानकारी हासिल की थी. फिलहाल अब जब भी एनआईए की टीम पीलीभीत में जांच पड़ताल करेगी तो निश्चित रूप से उन्हें पीलीभीत पुलिस का सहयोग मिलेगा.


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