Khatauli Bypoll: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद की खतौली विधानसभा सीट (Khatauli Assembly Seat) पर होने जा रहे चुनाव को लेकर सभी पार्टियां प्रचार के लिए मैदान में उतर चुकी हैं. इसी क्रम में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) रविवार को अपने प्रत्याशी मदन भैया के प्रचार के लिए खतौली पहुंचे जहां उन्होंने ताबतोड़ 11 गांव में नुक्कड़ सभाएं कीं.
बीजेपी पर जमकर बरसे जयंत
इन नुक्कड़ सभाओं के दौरान जयंत चौधरी ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. चौधरी ने कहा कि आज गन्ने का भाव घोषित क्यों नहीं हुआ है, सबसे बड़ा सवाल आज लोगों की जुबान पर यही है. हम चाहते हैं कि 5 तारीख में ऐसा रिजल्ट आए कि गन्ने का भाव अपने आप ही घोषित हो जाए.
अभिषेक चौधरी के बीजेपी ज्वॉइन करने पर क्या बोले
वहीं टिकट न मिलने पर अभिषेक चौधरी द्वारा बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो आदमी विचारधारा से जुड़ा हुआ हो वह धैर्य का परिचय दे, यह न सोचे कि मुझे क्या मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुर्बानी भी देनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि लंबी सोच रखेने वाला आदमी ही टिक पाता है और यही सिद्धांत सभी पार्टी पार्टियों पर भी लागू होता है. पार्टियां उसे आगे बढ़ाती हैं जो लंबे समय तक टिका रहे.
जनता से फीटबैक लेकर खड़ा किया उम्मीदवार
उन्होंने कहा, "मदन जी का अपना अनुभव है, अपना परिचय है, ये चार बार विधायक रह चुके हैं. जनता ने जो फीडबैक हमें दिया उस फीडबैक के आधार पर हमने निर्णय लिया है. हमने खतौली की जनता के हित में फैसला लिया है." लोकदल प्रत्याशी मदन भैया महिलाओं से पिटकर जाएंगे वाले विक्रम सैनी के बयान पर जयंत चौधरी ने कहा अब किसी की पिटाई नहीं होती है, लोकतंत्र में जनता के हाथ में ताकत है, वह वोट करेगी.
अब तक घोषित नहीं हुआ गन्ने का रेट
जयंत चौधरी ने आगे कहा, "अब आप किसी को पीटने की बात क्यों सोच रहे हैं. हम तो सोच नहीं रहे हैं और ना हम कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस सीट पर 50 प्रतिशत महिला मतदाता है, वे हमारी माताएं हैं, बहने हैं, हमारी मतदाता हैं. हम उसी तरीके से उनका आदर करते हैं, सम्मान करते हैं. हम चाहते हैं कि वह घर से निकलें और मतदान करें. उन्होंने आगे कहा कि गन्ने का रेट अभी घोषित नहीं हुआ है, पिछले साल तो इस समय से डेढ़ महीने पहले ही गन्ने का रेट घोषित हो चुका था तब सरकार को चुनाव का डर सता रहा था, लेकिन अब वे रेट घोषित नहीं कर रहे हैं."
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