Uttarakhand News: खटीमा (Khatima) में सरकारी रास्ते को बेचने और उस पर मकान बनने का नया सनसनीखेज मामला सामने आया. यह खटीमा तहसील के खेतलसंडा खाम गांव की घटना है. तहसीलदार खटीमा ने राजस्व विभाग (Revenue Department) की टीम के साथ जेसीबी की मदद से सरकारी रास्ते पर बने पक्के मकानों को ध्वस्त किया. तहसीलदार शुभांगिनी सिंह और राजस्व विभाग की टीम ने खेतलसंडा खाम गांव में सरकारी रास्ते पर अवैध अतिक्रमण (Illegal Encroachment) कर बनाए गए  मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की गई है. 


तहसीलदार खटीमा द्वारा जेसीबी की मदद से पक्के बने मकानों और दुकानों को तोड़ने का सिलसिला शुरू किया गया तो स्थानीय लोगों द्वारा उनका विरोध भी किया गया. जिस पर राजस्व विभाग द्वारा तीन मकानों को तोड़ दिया गया वह बाकी बने मकानों को एक हफ्ते के भीतर स्वयं तोड़ने का समय दिया गया है. एक सप्ताह के भीतर यदि मकान स्वयं नहीं तोड़ेंगे तो उनको तोड़ने का खर्चा भी अवैध मकानों के स्वामियों से लिया जाएगा.


अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए चस्पा किया था नोटिस


वहीं, तहसीलदार शुभांगिनी सिंह ने मीडिया को बताया कि खेतन संडा गांव में नेशनल हाईवे के किनारे सरकारी रास्ते पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर मकान बनाए जाने की शिकायत मिली थी जिस पर उपजिलाधिकारी खटीमा द्वारा हल्का पटवारी से जांच कराई गई जिसमें सरकारी रास्ते पर मकान बनाने की पुष्टि हुई. जिसके अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों पर तीन सप्ताह में स्वयं तोड़ लेने का नोटिस चस्पा किया गया था जिसकी समय आप भी पूरी होने के बाद आज अवैध निर्माणों को तोड़ने की कार्रवाई की गई है. कुछ मकानों को उन्होंने तोड़ा है बाकी मकानों को एक सप्ताह के भीतर स्वयं तोड़ लेने का नोटिस दिया गया है. 


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