मुजफ्फरनगर: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने को लेकर राजनीति तेज हो गई है. रात भर गहमागहमी का दौर जारी रहा. उधर आज मुजफ्फरनगर में नरेश टिकैत ने पंचायत का आयोजन किया है. प्रशासन और भारतीय किसान यूनियन के बीच संभावित टकराव टल गया है. प्रशासन ने किसान पंचायत की इजाजत दे दी है. वहीं सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. यातायात सुचारू रहे इसके लिए रूट में फेरबदल किया गया है.


किसान मैदान में पहुंचना शुरू हो गए हैं. वहीं पुलिस प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए हैं. मुख्य मार्गों पर कड़ी निगरानी की जा रही है. नरेश टिकैत किसानों के साथ सिसौली से शहर की ओर रवाना होंगे. इस महापंचायत पर सभी की निगाहें लगी हैं. माना जा रहा है कि नरेश टिकैत कोई बड़ा एलान कर सकते हैं. महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंच रही हैं. रालोद के राष्ट्रीय महासचवि जयंत चौधरी के आने की भी चर्चा है.


महापंचायत को लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है. सुबह उच्चाधिकारियों ने नरेश टिकैत से फोन पर बातचीत की. आइबी के दो अधिकारी सिसौली में चौधरी नरेश टिकैत से मिले और बातचीत की. पुलिस प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए हैं. मैदान को छावनी में तब्दील किया गया है. मुख्य मार्गों पर कड़ी निगरानी की जा रही है. महिलाओं ने रवाना होने से पहले सिसौली स्थित किसान भवन पर पहुंचकर बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर नमन किया और संकल्प लिया कि किसानों की इस लड़ाई में वह भी बराबर की भागीदार रहेंगी.


पंचायत को देखते प्रशासन ने कमर कसी


एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि महापंचायत के दौरान शहर के महावीर चौक से सकरुलर रोड होते हुए सुजडू चुंगी तक का मार्ग पूरी तरह बंद रहेगा. मेरठ की ओर से आने वाले सभी वाहन हाईवे से होते हुए वाया भोपा बाईपास से शहर में प्रवेश करेंगे. वहीं, शामली और बड़ौत की ओर से आने वाले सभी वाहन भी पीनना-वहलना बाईपास होते हुए हाईवे और वहां से भोपा बाईपास होकर शहर में प्रवेश करेंगे.


उधर, सरधना, जानी, सरूरपुर थाना क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों से किसान ट्रैक्टर से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने की तैयारी में हैं. गंगा नहर पटरी मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है. लेकिन यह निर्देश दिए गए हैं कि किसानों के जाते हुए वीडियोग्राफी कराई जाए और उन पर नजर रखी जाए. वहीं राकेश टिकैत भी धरना जारी रखने पर अडिग हैं. किसानों की पंचायत को देखते हुए प्रशासन ने भी कमर कस ली है. टिकैत ने कहा कि रात में गाजीपुर बार्डर पर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी. बगैर जांच पूरी हुए यदि गिरफ्तारी की गई तो हालात बिगड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि कानून हाथ में नहीं लेते, लेकिन सरकार ऐसा करने को मजबूर कर रही है.


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