बागेश्वर: कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती. हुनर है तो उसे और निखाराना चाहिए. तो चलिए आपको एक ऐसे ही बाल कलाकार के बारे में बताते हैं जो अपनी प्रतिभा के जरिए अलग-अलग वस्तुओं पर कमाल की चित्रकारी करते हैं. बाल चित्रकार का हुनर देखने के बाद लोगों का ये भी मानना है कि ऐसे बाल कलाकारों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को और अधिक निखारने की जरूरत है जिससे उन्हें एक बेहतर मुकाम मिल सके.
शिक्षक ने किया प्रेरित
बागेश्वर जिले के कांडा तहसील में रहने वाले बनैगांव का छात्र सूजल बोरा महापुरुषों की कमाल की पेंटिंग्स बनाते हैं. सूजल 8वीं कक्षा के छात्र हैं. सीमित संसाधनों के अभाव में सूजल अपनी पेंटिंग्स में मानो जान डाल देते हैं. सूजल की प्रतिभा को उनके शिक्षक मनोज उप्रेती ने वर्ष 2017 में पहचाना और उन्होंने सूजल को लगातार आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.
सोशल मीडिया पर आने लगे ऑफर
सूजल की कला से प्रभावित होकर दिल्ली में कार्यरत गोविंद लाल ने उन्हें आधुनिक पेंटिंग का सामान भिजवाया. नया सामान मिने के बाद तो जैसे सूजल के हुंनर को पंख लग गए. कलर कॉम्बिनेशन में कमाल का निखार देखने को मिल रहा है. सूजल के पास सोशल मिडिया पर फोटो बनाने के ऑफर भी आने लगे हैं. सूजल अपने इस हुनर को रोजगार का रूप देना चाहते हैं. लेकिन, अभी कई परेशानियों का उन्हें सामना करना पड़ रहा है.
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