अमेरिका में विमानों का दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है। अरिजोना के टक्सन रेगिस्तान में यह 2600 एकड़ में फैला है। इसका आकार 1300 फुटबॉल मैदानों के बराबर है। यहां हजारों की संख्या में कई पीढ़ी के पुराने सैन्य विमानों की खेप मौजूद है।


बोनयार्ड के नाम से मशहूर इस जगह को विमानों के कब्रिस्तान के रूप में जाना जाता है। बोनयार्ड में कार्गो लिफ्टर से लेकर बम वर्षक विमान, ए10 थंडरबोल्ट्स, हर्क्युलस फाइटर्स और एफ-14 टॉमकैट फाइटर्स तक कई विमान मौजूद हैं।



अमेरिका का 309वां एयरोस्पेस मेंटेनेंस एंड रीजनरेशन ग्रुप यहां पहुंचने वाले विमानों की मरम्मत करता है और कुछ विमानों को उड़ने लायक बनाता है। माइक्रोसॉफ्ट ने सैटेलाइट के जरिए एक बार इसकी कुछ फोटोज जारी की थी। इसमें बोनयार्ड को तीन हिस्सों के विस्तार क्षेत्र दिखाया गया था।



2005 में जब सैटेलाइट इमेजरी सॉफ्टवेयर लॉन्च हुआ था, तब ये जगह गूगल अर्थ यूजर्स के लिए जिज्ञासा का विषय बनी हुई थी। हालांकि, अब सैटेलाइट के जरिए इसकी कहीं ज्यादा साफ फोटो देखी जा सकती हैं।



अरिजोना में ही मौजूद डेविस मॉनथन एयरफोर्स बेस में 35 बिलियन डॉलर (2157 अरब रुपए) के पुराने विमानों के सही-सलामत हिस्से सहेजकर रखे जाते हैं। ये करीब 4,400 एयरक्राफ्ट्स का घर है। वहीं, स्टील के साढ़े तीन लाख सामानों का ये कब्रिस्तान है।



इंजन, युद्ध सामग्री, वायरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर मरम्मत किए हुए विमानों के अन्य पार्ट्स यहां कम कीमत में मिलते हैं। अमेरिकी सरकार ने दूसरे देशों को भी यहां से पुराने पार्ट्स और विमान खरीदने की छूट दे रखी है।