UP News: दक्षिण अफ्रीका (South Africa) सरकार द्वारा सोमवार को जानकारी दी कि भारतीय मूल के गुप्ता ब्रदर्स (राजेश और अतुल) को गिरफ्तार किया गया है. दोनों भाइयों को दुबई (Dubai) में गिरफ्तार किया गया है. हालांकि स्पष्ट नहीं है कि तीसरे भाई अजय को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है. गिरफ्तारी पिछले साल जुलाई में गुप्ता बंधुओं (Gupta Brothers) के खिलाफ नोटिस जारी किए जाने के लगभग एक साल बाद हुई है. गुप्ता परिवार मूल रूप से यूपी के सहारनपुर (Saharanpur) के रहने वाले हैं. 


2018 में छोड़ा था अफ्रीका
गुप्ता बंधुओं पर आरोप है कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर आर्थिक लाभ किया. इसके साथ ही उनपर शीर्ष पदों पर नियुक्तियों को प्रभावित करने का आरोप लगा था. इससे पहले गुप्ता परिवार 2018 में दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर चला गया था. उसी साल व्यापक विरोध-प्रदर्शनों के कारण अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) ने जूमा को राष्ट्रपति पद से हटाते हुए सिरिल रामफोसा को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया था.


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1990 में गए थे अफ्रिका
मूल रूप से भारत के सहारनपुर के रहने वाले गुप्ता परिवार ने 1990 के दशक की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका पहुंचकर जूते की दुकान खोली थी. उन्होंने जल्द ही आईटी, मीडिया और खनन कंपनियों को शामिल कर अपने कारोबार का विस्तार किया. जिनमें से अधिकांश या तो अब बिक चुकी हैं या फिर बंद हो गई हैं. 


जून 2021 में संधि की पुष्टि होने के तुरंत बाद दक्षिण अफ्रीका ने गुप्ता बंधुओं के प्रत्यर्पण का अनुरोध करने की प्रक्रिया शुरू की. कई गवाहों ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में ज़ूमा के नौ साल के कार्यकाल में हुए बड़े घोटालों और कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्तियों में गुप्ता बंधुओं की भूमिका होने की गवाही दी थी.


खर्च किया था 200 करोड़
इससे पहले 2019 में भी गुप्ता परिवार चर्चा में आया था. तब उत्तराखंड के औली में कारोबारी गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी के बाद कई टन कूड़ा फैला हुआ था. इसे साफ करने के लिए गुप्ता बंधुओं ने 54 हजार रुपये नगर पालिका को दिए थे. लेकिन उसके बाद भी कूड़े का अंबार लगा हुआ था. जिसे हटाने के लिए नगर पालिका जोशीमठ ने 20 मजदूरों को लगाया था. तब गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी में करीब 200 करोड़ रुपये का खर्च किया था.


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