लखनऊ, शैलेष अरोड़ा। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की हैं। वायरस के संक्रमण को रोकने के एक तरफ जहां पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ इलाज की पुख्ता व्यवस्था भी की जा रही है। सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में बेड आरक्षित किए गए हैं तो वहीं कोरोना फाइटर तैयार करने की जिम्मेदारी एसजीपीजीआइ को सौंपी गई है।
SGPGI में तैयार 210 बेड का कोविड हॉस्पिटल
सीएम योगी के निर्देश पर SGPGI के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर को 'राजधानी कोविड हॉस्पिटल' बना दिया गया है। लखनऊ में तैयार कोविड हॉस्पिटल में 210 बेड की व्यवस्था है। इसमें से 80 बेड ICU और 130 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। हॉस्पिटल के विभिन्न कार्यों के लिए 11 कोविड टास्क फोर्स बनाई गयी है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने इस कोविड हॉस्पिटल के इमरजेंसी और ICU का निरीक्षण किया।
प्रदेश में बन रहे 16 कोविड हॉस्पिटल
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने बताया की अब प्रदेश की 7 लैब में कोविड 19 की जांच की सुविधा है। इनमें SGPGI, KGMU, गोरखपुर, मेरठ, सैफई, BHU,अलीगढ़ में जांच की सुविधा है। इससे अब प्रतिदिन 1 हजार टेस्ट संभव हैं। वहीं, प्रदेश में 16 बड़े कोविड हॉस्पिटल्स तैयार कराये जा रहे हैं। इन 16 हॉस्पिटल में 200 आइसोलेशन बेड, 600 क्वारंटाइन बेड होंगे।
SGPGI दे रहा प्रदेश भर के डॉक्टर्स, नर्स को प्रशिक्षण
SGPGI में प्रदेश के 51 मेडिकल कॉलेजों के 500 डॉक्टर्स और नर्स का कोरोना को लेकर प्रशिक्षण भी चल रहा है। एक्सटेंशन ऑफ कम्युनिटी हेल्थ आउटकम (ECHO) प्रोजेक्ट में 10 मोड्यूल पर आइसोलेशन वार्ड एंड क्रिटिकल केअर मैनेजमेंट पर ये प्रशिक्षण चल रहा है। इसमें 200 डॉक्टर्स और 300 नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है। खुद SGPGI के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने भी इसमें प्रशिक्षण दिया।