बॉलीवुड फिल्मों में होली के तरानों का रिश्ता है पुराना, आजादी से पहले शुरू हुआ था ये सिलसिला
फिल्म शोले को भला कौन भूल सकता है। इस फिल्म में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का गाना 'होली के दिन दिल खिल जाते हैं' अब भी हर होली पर बजता है। सत्तर और अस्सी के दशक की फिल्मों में होली के गाने खूब बजे और इनका सिलसिला सदी के आखिरी दशक तक बदस्तूर जारी रहा।
हिंदी सिनेमा और होली के पर्व का रिश्ता पुराना है। त्योहार की मस्ती और गानों को खूब पसंद किया जाता था। वक्त के साथ बदलाव भी हुए हैं लेकिन एक जमाना ऐसा भी था जब फिल्म निर्माता और निर्देशक पर्व और त्योहार के गीतों को कहानी में प्रमुखता से रखते थे और इसमें भी होली के त्योहार का नंबर पहला था।
हिंदी सिनेमा में होली को लेकर जिस गाने का सबसे पहले जिक्र आता है वह आजादी के पहले रिलीज हुई फिल्म औरत का गाना। साल 1940 में रिलीज हुई निर्देशक महबूब खान की इस फिल्म में अनिल बिस्वास के संगीतबद्ध गाने 'आज होली खेलेंगे साजन के संग' और 'जमुना तट श्याम खेले होरी' हिंदी सिनेमा के पहले होली गीत माने जाते हैं। इसी फिल्म को बाद में महबूब खान ने मदर इंडिया के नाम से बनाया और उस फिल्म में भी रखा होली का सदाबहार गाना, 'होली आई रे कन्हाई रंग छलके, बजा दे जरा बांसुरी'।
इसके बाद फिल्म जोगन में गीता दत्त के गाए गाने 'डारो रे रंग डारो रे रसिया' अपने समय का सुपरहिट होली गीत बना। दिलचस्प बात ये है कि श्वेत श्याम फिल्मों के दौर में भी होली के गाने लोगों को खूब भाते थे। भले परदे पर रंग नजर न आते हों लेकिन इन गीतों का जादू ऐसा होता था कि लोगों को परदे पर रंग बिरंगी होली का ही एहसास होता था।
रंगीन सिनेमा का दौर आया तो होली का जादू परदे पर पूरी रंगीनियत के साथ बिखरने लगा। देश में बनी पहली टेक्नीकलर फिल्म 'आन' में दिलीप कुमार की अदाकारी के अलावा इस फिल्म के गाने 'खेलो रंग हमारे संग' ने लोगों पर खूब जादू किया। होली के गानों का इसके बाद तो सिलसिला ही चल निकला।
रमेश सिप्पी की फिल्म शोले को भला कौन भूल सकता है। इस फिल्म में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का गाना 'होली के दिन दिल खिल जाते हैं' अब भी हर होली पर बजता है। सत्तर और अस्सी के दशक की फिल्मों में होली के गाने खूब बजे और इनका सिलसिला सदी के आखिरी दशक तक बदस्तूर जारी रहा।
इस दौरान बने सुपरहिट होली गीतों में फिल्म षड्यंत्र का गाना 'होली आई रे मस्तानों की टोली', फिल्म राजपूत का गाना 'भागी रे भागी रे भागी बृज बाला', फिल्म नदिया के पार का गाना 'जोगी जी वाह जोगी जी', फिल्म कामचोर का गाना 'मल दे गुलाल मोहे' और फिल्म बागबान का गाना 'होली खेलें रघुबीरा अवध में होली खेलें रघुबीरा कालजयी गीत बन गए। लेकिन, इस दौर में जो गाना सबसे ज्यादा हिट हुआ वह है यश चोपड़ा की फिल्म सिलसिला का गाना 'रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे'। अमिताभ बच्चन का गाया ये गाना हिंदी सिनेमा का सबसे लोकप्रिय होली गीत है।
नई पीढ़ी में भी होली का क्रेज देखने के मिला। दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर की मोहब्बत के दिनों में उनकी फिल्म ये जवानी है दीवानी का गाना 'बलम पिचकारी जो तूने मुझे मारी' खूब हिट हुआ। होली का अल्हड़ अंदाज इस गाने में बरसों बाद हिंदी सिनेमा के परदे पर दिखा। होली अब मोबाइल फोन संदेशों और पार्कों तक सिमट गई है। हिंदी सिनेमा के बदलते स्वरूप में त्योहारों के मधुरे गाने लगभग गायब हो चुके हैं।