UP Panchayat Election 2021: 12 लाख से ज्यादा वोटर, 81 हजार मतदान केंद्र... जानें क्यों है ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव
यूपी में पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि पंचायत चुनाव चार चरणों में होंगे. 15 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होगा. 2 मई को वोटों कि गिनती होगी.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. पूरे यूपी में चार चरणों में पंचायत चुनाव होंगे. 15 अप्रैल, 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोटिंग होगी जबकि 2 मई को मतगणना होगी. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है. यही वजह है कि सभी सियासी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं.
दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बताया जा रहा है. आंकड़ें भी इसकी तस्दीक करते हैं. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने जब चुनाव की तारीखों का ऐलान किया तो उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव है. दरअसल, इस पंचायत चुनाव में कुल 12 करोड़ 39 लाख से ज्यादा वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. वहीं पूरे प्रदेश में 80,762 मतदान केंद्र जबकि 2,03,050 मतदान स्थल बनाए गए हैं. इस चुनाव में पुरुष मतदाताओं की संख्या 53 फीसदी और महिला मतदाताओं की संख्या करीब 47 फीसदी है.
पहले फेज में 18 जिले, दूसरे फेज में 20, तीसरे में भी 20 जिले और चौथे फेज में 17 जिलों में वोटिंग होगी. प्रदेश के 18 मंडलों में से 17 मंडलों में 15 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, लेकिन आजमगढ़ मंडल के किसी भी जिले में 15 अप्रैल को वोटिंग नहीं होगी.
पहले दो चरणों में इन जिलों में मतदान 15 अप्रैल को पहले चरण में जिन 18 जिलों में मतदान होगा उनमे सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, बरेली, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, बस्ती, संतकबीर नगर, गोरखपुर, जौनपुर और भदोही शामिल हैं. 19 अप्रैल को दूसरे चरण में मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी, आजमगढ़ में मतदान होगा
आखिरी दो चरणों में यहां होगी वोटिंग वहीं, 26 अप्रैल को तीसरे चरण में शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, चंदौली, मिर्जापुर, बलिया में वोटिंग होगी. 29 अप्रैल को चौथे और आखिरी चरण में 17 जिलों बुलंदशहर, हापुड़, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकर नगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र और मऊ में वोट डाले जाएंगे.
58176 ग्राम पंचायतों में होंगे चुनाव प्रदेश में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या 58,194 थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही कोर्ट के आदेश पर बुलंदशहर की 5 ग्राम पंचायतों को नगरी क्षेत्र में शामिल किया गया है. साथ ही प्रदेश की 13 ग्राम पंचायतों में जिनमें सीतापुर की 3, बहराइच की एक और गोंडा की 9 ग्राम पंचायतें शामिल है. वहां कार्यकाल उनका पूरा ना होने के चलते चुनाव नहीं कराया जा रहा है. ऐसे में अब कुल 58,176 ग्राम पंचायतों में यह चुनाव होने हैं. इनमें ग्राम पंचायत सदस्य के 7,32,563 पद, ब्लॉक पंचायत सदस्य के 75,855 पद और जिला पंचायत पद सदस्य के 3,051 पद शामिल हैं. वहीं पूरे प्रदेश में 826 ब्लॉक प्रमुख और 75 जिला पंचायत अध्यक्ष भी चुने जाने हैं. ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है. यानी जब 4 पदों पर सदस्य चुनकर आ जाएंगे तो वही सदस्य इन दो अध्यक्षों का चुनाव करेंगे.
जिला पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवार उतारेगी बीजेपी सत्ताधारी बीजेपी इस चुनाव में अपने अधिकृत उम्मीदवार उतारेगी. बीजेपी जिला पंचायत सदस्यों के 3051 पदों पर अपने उम्मीदवार घोषित करेगी, उनकी बकायदा लिस्ट जारी होगी. उनमें जो जीतकर आएगा बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भी अपने उम्मीदवार इन्ही सदस्यों में से घोषित करेगी. जबकि ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए पार्टी किसी के नाम का ऐलान नहीं करेगी, लेकिन स्थानीय स्तर पर अगर कोई कार्यकर्ता इस चुनाव को लड़ेगा तो पार्टी उसका समर्थन करेगी.
कांग्रेस भी तैयारियों में जुटी पिछले 32 वर्षों से सत्ता से बाहर कांग्रेस भी इन पंचायत चुनाव के जरिए अपने दमखम को आजमाने में जुटी है. कुछ समय पहले ब्लॉक स्तर तक पार्टी ने अपने संगठन को मजबूत किया और अब उसी बूथ स्तर तक पार्टी के संगठन के जरिए कोशिश कांग्रेस की है कि इन पंचायत चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल की जाए. हालांकि बीजेपी की तरह कांग्रेस भी केवल जिला पंचायत सदस्यों के नाम की घोषणा करेगी और उसके बाद परिणाम आने के बाद ही यह जिला पंचायत अध्यक्ष के उम्मीदवारों पर कोई निर्णय लिया जाएगा.
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