नई दिल्ली, एबीपी गंगा। राजधानी दिल्ली और उसके आसपास वाले क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को ये भूकंप दोपहर एक बजकर 26 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता 2.7 बताई गई। ऐसी स्थिति बहुत ही कम बार देखने को मिलती है, जब दिल्ली जैसे क्षेत्र में 24 घंटे के अंदर दो बार भूकंप महसूस किया गया हो। हालांकि, कई ऐसी रिपोर्ट्स का कहना है कि भूकंप के लिहाज से राजधानी दिल्ली बेहद संवेदनशील मानी जाती है।


भारत 4 जोन में है बंटा


इस बीच वैज्ञानिकों ने राजधानी दिल्ली में महसूस किए गए भूकंप के झटकों के अलग-अलग कारण बताए हैं। बता दें कि मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार, भारत को चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है, जिसमें जोन-5 से जोन-2 शामिल हैं। वहीं, जोन-5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, जबकि जोन-2 कम संवेदनशील कही जाती है। जिसका मतलब हुआ, जोन-5 वो इलाके हैं, जहां भूकंप आने की सबसे ज्यादा आशंका होती है, जबकि जोन-2 वो इलाका है, जहां भूकंप के आने की सबसे कम आशंका होती है।


दिल्ली किस जोन में है शामिल?


जैसा ही हमने बताया कि भारत में भूकंप को मापने के लिए जोन 2, जोन 3, जोन 4 और जोन 5 में बांटा गया है। जिसमे दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र जोन-4 में शामिल हैं। जोन-4 वो इलाके होते हैं, जहां 7.9 तीव्रता तक के भूकंप के झटके महसूस किए जा सकते हैं। इस जोन-4 में दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, बिहार और बंगाल के कुछ इलाके भी शामिल हैं।


गौरतलब है कि भूकंप को लेकर हमेशा ही ये सलाह दी जाती है कि ऐसी स्थिति में तुरंत घर से बाहर निकलकर मैदानी इलाके में आ जाएं। हालांकि, कोरोना वायरस के संकट के चलते देश में लॉकडाउन है। जिसका मतलब है किसी को भी सड़क पर इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है। हालांकि, अगर भूकंप के दौरान कोई विकट स्थिति महसूस करते हैं, तो बाहर निकलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करना चाहिए, क्योंकि कोरोना को हराने का एकमात्र तरीका इस वक्त सामाजिक दूरी के अलावा और कोई नहीं है।


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