कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद संभालने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव परौंख आ रहे हैं. राष्ट्रपति प्रेसीडेंशियल ट्रेन से 25 जून को कानपुर पहुंचेंगे और 26 जून को शहर में पुराने परिचित लोगों से मिलेंगे. 27 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हेलीकाप्टर से पैतृक गांव परौंख और पुखरायां कस्बा जाएंगे. अगर मौसम खराब रहा तो महामहिम विशेष ट्रेन से ही कानपुर देहात के रूरा या झींझक रेलवे स्टेशन तक जाएंगे.
चार स्तरीय होगी होगी सुरक्षा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कानपुर दौरे को लेकर चार स्तरीय सुरक्षा होगी. स्पेशल कमांडो के अलावा 10 जिलों की पुलिस फोर्स, आरपीएफ और जीआरपी को तैनात किया जाएगा. राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं. सेंट्रल रेलवे स्टेशन, सर्किट हाउस के अलावा अब एयरपोर्ट पर भी कमांड सेंटर बनाने का फैसला किया गया है. राष्ट्रपति की सुरक्षा में बाहरी घेरा पुलिस, पीएसी, जीआरपी और आरपीएफ का होगा. राष्ट्रपति के दौरे को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस ने कमर कस ली है.
विभिन्न कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 27 जून सुबह 9:20 बजे परौंख जाएंगे, वहां वो विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. 27 जून को करीब 3 बजे राष्ट्रपति पुखरायां से कानपुर के लिए रवाना होंगे. यहां रात्रि विश्राम के बाद 28 जून को सुबह 10:20 बजे प्रेसीडेंशियल ट्रेन से लखनऊ रवाना होंगे. कानपुर में राष्ट्रपति 60 घंटे से ज्यादा रहेंगे. लखनऊ से 29 जून को शाम 4:30 बजे एयरफोर्स के विमान से दिल्ली जाएंगे.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति के दौरे की व्यवस्था संभालने के लिए उनके साथ 42 अधिकारियों का दल आएगा. ये सभी राष्ट्रपति भवन और सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े शीर्ष अधिकारी होंगे. इसके अलावा करीब 40-50 अफसरों का एक और दल होगा, जो सैलून में उनके साथ रहेगा और कुछ फ्लीट के तौर पर चलने वाली ट्रेन में रहेंगे.
स्वास्थ्य महकमे को किया गया अलर्ट
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर स्वास्थ्य महकमे को भी अलर्ट किया गया है. इसके लिए मेडिकल कॉलेज में एक वार्ड और डॉक्टरों की टीम को आरक्षित रखा गया है. राष्ट्रपति के दौरे के समय 20 से ज्यादा एंबुलेंस आरक्षित रहेंगी, इन्हें अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं.
15 साल बाद राष्ट्रपति ट्रेन यात्रा करने जा रहे हैं
18 साल बाद भारत के राष्ट्रपति ट्रेन यात्रा करने जा रहे हैं, इससे पहले भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने दिल्ली से देहरादून की यात्रा ट्रेन सी की थी. उनसे पहले भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने ट्रेन से यात्रा करने का रिकॉर्ड बनाया था.