नई दिल्ली, एबीपी गंगा। 'अगर किसी चीज को पूरे दिल से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है'... शाहरुख खान की फिल्म का ये डायलॉग असल जिंदगी में कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की लव लाइफ पर सटीक बैठता है। कैसे पायलट की मोहब्बत में डूबी कद्दावर राजनेता की बेटी ने मजहबी दीवार तोड़ते हुए अपने प्यार को मुकम्मल बनाया।



लंदन में पढ़ाई के दौरान शुरू हुई लव स्टोरी


सचिन पायलट की पत्नी सारा अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं। लंदन में पढ़ाई के दौरान दोनों की लव स्टोरी शुरू हुई। तब सचिन पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई करने लंदन में थे। इस दौरान सारा अब्दुल्ला से उनकी मुलाकात हुई और दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। कुछ दिनों बाद दोनों के बीच डेटिंग शुरू हो गई।



ई-मेल और फोन पर होती रहती थी बात


लंदन में पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद सचिन पायलट दिल्ली लौट आए, लेकिन सारा अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए लंदन में ही थीं। इस दूरी के बाद भी दोनों के बीच का प्यार बना रहा। ई-मेल और फोन के माध्यम से रोजाना दोनों की बात होती थी।



तीन साल तक एक-दूसरे को किया डेट


दोनों ने अपने रिश्ते को वक्त दिया और लगभग तीन साल तक एक-दूसरे को डेट करते रहे। जिसके बाद दोनों ने अपने रिश्ते के बारे में परिवार को बताने का फैसला लिया। लेकिन ये इतना आसान नहीं था, हिंदी फिल्मों की तरह ही असल जिंदगी में भी सारा और सचिन को अपने प्यार को अंजाम तक पहुंचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।



प्यार के बीच आई मजहबी दीवार


दोनों के प्यार की बीच सबसे बड़ा रोड़ा आया मजहबी। सारा मुसलमान थीं और सचिन हिंदू। जब दोनों ने अपने रिश्ते के बारे में अपने परिवारवालों को बताया, तो दोनों के प्यार के बीच मजहबी दीवार खड़ी हो गई। सचिन के परिवारवालों ने इस रिश्ते से साफ इनकार कर दिया। वहीं, सारा के लिए भी ये राह आसान नहीं थी।



दोनों का रिश्ता, परिवार को था नामंजूर


जानकारी के मुताबिक, सारा के पिता फारुख अब्दुल्ला ने तो इस रिश्ते में बारे में बात करने से भी साफ मना कर दिया था, लेकिन सारा ने हार नहीं मानी। वो अपने प्यार के लिए लड़ीं और अपने पिता को मनाने की पूरी कोशिश की। बताया जाता है कि सचिन से शादी करने के लिए सारा कई दिनों तक रोती रहीं, लेकिन बेटी की आंसुओं से भी पिता का दिल नहीं पिघला और वो नहीं मानें।



जनवरी 2004 में दोनों ने रचाई शादी


इसके बाद जनवरी, 2004 में सचिन और सारा ने दुनिया की परवाह बिना बगैर शादी कर ली। इस शादी में अब्दुल्ला परिवार का कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं हुआ। हालांकि, सचिन के परिवार ने सारा का पूरा साथ दिया। वक्त आगे बढ़ा और समय के साथ अब्दुल्ला परिवार ने सारा और सचिन के रिश्ते को स्वीकार कर लिया।


दो बच्चों के माता-पिता हैं सारा- सचिन


गौरतलब है कि सचिन और सारा दोनों ही मजबूत राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। लेकिन राजनीतिक परिवार की मजबूरियों के आगे भी इन प्यार ने घुटने नहीं टेके। यहां तक की दोनों के पिता भी दोस्त थे, दोनों परिवार भी एक-दूसरे से परिचित थे। लेकिन वो कहते हैं न जब प्यार किया तो डरना क्या। सारा और सचिन ने भी ऐसा ही किया और अपने प्यार को अंजाम तक पहुंचाया। आज दोनों के दो प्यारे बेटे हैं। वहीं, कभी सियासत में कदम न रखने की बात कहने वाले सचिन पायलट भी राजनीति गलियारों में अपना अलग धाक जमा चुके हैं। वहीं, सारा का वक्त सामाजिक कार्यों में बिजी रहता है। दोनों को परफेक्ट कमल का टाइटल दिया जा सकता है। दोनों की शादी और प्यार की कहानी किसी फिल्मी स्टाइल वाली शादी से कम नहीं है। कई लोग इनकी शादी को प्यार की मिसाल भी बोलते हैं।


यह भी पढ़ें:


अगर Whatsapp पर भेजा गया मैसेज कर दिया गया है डिलीट, तो ऐसे करें पता

क्या होता है Floor Test और क्यों होती है इसकी जरूरत;पहली बार किस सरकार को देनी पड़ी थी ये परीक्षा;जानें पूरा इतिहास