ज्योतिषशास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व है। क्या आप जानते हैं कि सेहत के लिए भी रत्न बेहद फायदेमंद होते हैं। हर रत्न का सेहत पर अलग प्रभाव पड़ता है। कई प्रकार के रोगों का इलाज करने के लिए रत्नों की सहायता भी ली जा सकती है। इतना ही नहीं रोगों से बचाने के लिए भी रत्न अहम भूमिका निभाते हैं।
दरअसल, माना जाता है कि शरीर का निर्माण कई प्रकार की धातुओं के संयोग से हुआ है। यही वजह है कि ये धातु जीवन व शरीर को प्रभावित करते हैं। रत्नशास्त्र में जानकारी दी गई है कि बीमारियों से संबंधित रत्नों को धारण करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि कौन सा रत्न या स्टोन किस प्रकार के रोग में फायदेमंद साबित हो सकता है।
हृदय रोग की समस्या
अगर किसी को हृदय से संबंधित रोग है तो उसे मूंगा और पुखराज धारण करना चाहिए। रत्नशास्त्र की मानें तो ऐसा करने से व्यक्ति को हृदय रोग में लाभ मिलता है। मूंगा व्यक्ति को ऊर्जा और जोश से भर देता है। किडनी के रोगों में मूंगा फायदेमंद रहता है। रत्न चिकित्सा के अनुसार मूंगा पीलिया रोग में धारण करना लाभकारी रहता है।
ब्लड कैंसर में पहनें लहसुनिया और गोमेद
रत्नशास्त्र के मुताबिक मंगल पर शनि और राहु-केतु की दृष्टि होने से ब्लड कैंसर की समस्या होती है। तो यदि किसी व्यक्ति को ब्लड कैंसर हो तो उसे लहसुनिया और गोमेद धारण करना चाहिए। इसके अलावा माणिक्य और मूंगा भी पहन सकते हैं। कहा जाता है कि इससे व्यक्ति को ब्लड कैंसर से होने वाली परेशानियों से भी निजात मिलती है।
कैंसर की हो समस्या तो पहने माणिक्य या नीलम
रत्नशास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि चंद्रमा किसी भी राशि पर होकर छठें, आठवें और बारहवें भाग में तो कैंसर की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति माणिक्य या फिर नीलम धारण करे। इससे कैंसर की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा कई बार पुखराज और मूंगा भी धारण करवाया जाता है।
त्वचा संबंधित रोगों से बचाता है पन्ना
बुध का रत्न पन्ना त्वचा संबंधित रोगों से बचाव करता है। इसको धारण करने से त्वचा में निखार आता है। इसके अलावा पन्ना पहनने से दमा, खांसी, मिचली, अनिद्रा तथा टांसिल होने की संभावना भी कम रहती है। लीवर और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए पन्ना पहनना चाहिए।
मोटापे को नियंत्रित रखता है पुखराज
गुरु का स्टोन पुखराज मोटापे को नियंत्रित रखने की शक्ति रखता है। वहीं जो लोग बहुत दुबले हैं उनकी सेहत में भी सुधार लाता है। पुखराज धारण करने से ब्लडप्रेशर सामान्य रहता है और अल्सर और सन्निपात जैसे रोगों से सुरक्षा मिलती है।
हीरा है बेजोड़
शुक्र का स्टोन हीरा शरीर में रक्त की कमी की शिकायत को दूर करता है। मोतियाबिंद और नपुंसकता जैसे रोगों से बचने के लिए भी हीरा धारण करना चाहिए। इसके अलावा हीरा पहनने से एनीमिया, हिस्टीरिया तथा क्षय रोग से बचाव होता है।
रत्नशास्त्र में बीमारियों से बचाने वाले रत्नों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। लेकिन रत्न धारण करते समय सावधानी बेहद जरूरी है। रत्न को पहनने के लिए ग्रहों की स्थिती पता होना बेहत जरूरी होता है। जानकारी ने होने पर इनका गलत प्रभाव भी पड़ सकता है।