नई दिल्ली, एबीपी गंगा। पैसों की चाहत किसे नहीं होती है और ऐसे में आपके हर कदम पर सरकार का साथ मिले तो कारोबार आसान हो जाता है। केंद्र सरकार की मुद्रा स्कीम का लाभ उठाकर लोग को कारोबार कर रहे हैं। मुद्रा स्कीम के तहत बिजनेस शुरू करने के लिए आसान शर्तों पर लोन दिया जाता है।


सरकार ने स्कीम के तहत अलग-अलग कारोबार के बारे में जानने के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार किया है। इसी रिपोर्ट के हवाले से हम आपको कॉपी या नोटबुक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिसमें आप महज 4.25 लाख रुपये के खर्च में हर महीने 50 हजार रुपये मुनाफा कमा सकते हैं।


19 करोड़ लोग उठा चुके हैं फायदा
पिछले दिनों संसद के संयुक्त सत्र के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जानकारी दी थी कि मुद्रा योजना के तहत करीब 19 करोड़ लोगों को लोन बांटे जा चुके हैं। आगे 30 करोड़ लोगों तक इसका लाभ पहुंचाया जाएगा। मुद्रा योजना के तहत 50 हजार से 10 लाख तक का लोन मिल जाता है। कोई भी देश का नागरिक जो अपना कारोबार शुरू करना चाहता है योजना के तहत आवेदन कर सकता है।



जानें कॉपी या नोटबुक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में
कितना चाहिए स्पेस: 500 वर्गफुट


वर्किंग कैपिटल: 12 लाख रुपए
( वर्किंग कैपिटल में रॉ मैटेरियल, लेबर चार्ज, पैकिंग, बिजली का बिल, रेंट आदि शामिल है)


मशीनरी पर खर्च: 3.94 लाख रुपए


इलेक्ट्रिफिकेशन पर खर्च: 35 हजार रुपए


फर्नीचर पर खर्च: 45400 रुपए


कुल खर्च: 16.88 लाख रुपये


खुद के पास से कितना खर्च: 4.23 लाख


वर्किंग कैपिटल लोन: 9 लाख रुपए


टर्म लोन: 3.65 लाख रुपए


कितना प्रोडक्ट सेल होगा
सरकार ने एस्टीमेट तैयार किया है, उस हिसाब से इतने खर्च में एक एस्टीमेट के अनुसार मैन्युफैक्चरर हर 3 महीने के दौरान 50 हजार नोटबुक, 10 हजार रिकॉर्ड बुक और 10 हजार नोट पैड सेल कर सकता है।


इनकम का ब्रेकअप (रुपये में सालाना)
कास्ट ऑफ प्रोडक्शन: 46.77 लाख सालाना
टर्नओवर: 59 लाख सालाना
अन्य खर्च: करीब 4.85 लाख सालाना
नेट ऑपरेटिंग प्रॉफिट: 7.68 लाख सालाना
टैक्स व अन्य खर्च निकालने के बाद नेट प्रॉफिट: 7 लाख
मंथली प्रॉफिट: 50 हजार से ज्यादा



मुद्रा स्कीम में कैसे मिलेगा लोन
मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए आपको सरकारी या बैंक की शाखा में आवेदन देना होगा। अगर आप खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आपको मकान के मालिकाना हक या किराये के दस्तावेज, काम से जुड़ी जानकारी, आधार, पैन नंबर सहित कई अन्य दस्तावेज देने होंगे। बैंक मैनेजर वेरिफिकेशन के बाद लोन मंजूर करता है।