कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का एलान किया गया। लॉकडाउन की वजह से रेल से बस और बस से लेकर हवाई यात्रा तक थम गई। अब ऐसे में सवाल ये है कि आखिर रद हुई हवाई यात्रा का पैसा वापस कैसे मिलेगा। क्या रद हुई यात्रा की जगह दूसरा टिकट मुहैया कराया जाएगा या फिर एविएशन कंपनियां पैसा वापस करेंगी। मौजूदा समय में ये तमाम ऐसे सवाल हैं जिसके जवाब के लिए लोग परेशान हैं। तो चलिए हम आपकी मुश्किल को आसान बना देते हैं और आपके उन सभी सवालों का जवाब देते हैं जो इस वक्त आपके जहन में हैं।


लॉकडाउन के बाद सभी एविएशन कंपनियों को हवाई सेवाएं रोक दिए जाने का निर्देश दिया गया। यह फैसला कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए गया था। हालांकि, नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिए हैं कि अंतरराषट्रीय उड़ानों के आगमन पर 15 अप्रैल के बाद विचार किया जाएगा। अब ऐसे में एविएशन कंपनियां सेवाएं बंद होने वाली अवधि के दौरान यात्रियों को टिकट कैंसल कराने और उस राशि को फिर इस्तेमाल करने का विकल्प दे रही हैं।


एयर इंडिया


सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया ने भी 23 मार्च से 30 अप्रैल के दौरान सभी यात्रियों की टिकट को रद कर दिय है। एयरलाइंस ने यह स्पष्ट किया है कि किसी भी यात्री को टिकट कैंसिल करवाने के लिए कॉल सेंटर, एयरपोर्ट काउंटर या ट्रैवल एजेंट के पास जाने की जरूरत नहीं है। सभी टिकट स्वत: रद हो जाएंगे और रद हुए टिकट की पूरी राशि एयर इंडिया के पास सुरक्षित रहेगी। कोई भी व्यक्ति परिचालन शुरू होने के बाद बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के अपनी यात्रा की तिथि या सेक्टर में बदलाव (रिशेड्यूल) कर सकता है।


यदि यात्रा की तिथि छह माह के भीतर है तो 30 सिंतबर तक इसकी रिशेड्यूलिंग की जा सकती है। जबकि छह माह के बाद की रिशेड्यूलिंग 31 मार्च 2020 तक कराई जा सकती है। रिशेड्यूलिंग करवाने पर बदलाव का कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं वसूला जाएगा। यात्रियों को किराए का अंतर वहन करना होगा। रिशेड्यूलिंग की प्रक्रिया आप उसी माध्यम से कर पाएंगे जैसे पिछली बुकिंग कराई गई थी। मसलन, एजेंट, एग्रीगेटर या एयर इंडिया की वेबसाइट।



स्पाइसजेट


स्पाइसजेट ने अपने सभी ग्राहकों के 25 मार्च से 14 अप्रैल के दौरान के टिकट रद कर दिए। इस पर किसी तरह का कैंसिलेसन चार्ज भी नहीं वसूला गया है। रद हुए टिकट से वापस मिली राशि को ग्राहक के वॉलेट में रखा गया है। जिसका इस्तेमाल ग्राहक 28 फरवरी 2021 तक कर सकता है। नई बुकिंग करते समय पेमेंट में यात्री को CREDIT SHELL OPTION विकल्प चुनना होगा।


इसी तरह स्पाइसजेट ने 31 मई तक के सभी टिकटों की यात्रा तिथि को एक बार बदलने का मौका दिया है। यात्रा तिथि बदलने में किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लगेगा। यात्रा की तिथि बदलकर 30 सितंबर 2020 के अंदर की रखनी होगी। यदि किराए में कोई अंतर होता है तो उसका भुगतान यात्री को करना होगा।



इंडिगो


टिकट रद कराने के संबंध में
कोई भी यात्री 30 अप्रैल, 2020 तक पहले से बुक या नई टिकट की बुकिंग को कॉल सेंटर, एयरपोर्ट के काउंटर या वेबसाइट के माध्यम से कैंसिल करवा सकता है। टिकट रद होने के बाद इंडिगो इस राशि को ग्राहक के नाम से एक वॉलेट में डाल देगी। वॉलेट का बैंलेंस कोई भी यात्री इंडिगो की बेवासाइट पर एडिट बुकिंग के ऑप्शन में देख सकता है। यह राशि अगले एक साल तक के लिए वैध होगी। इस राशि का इस्तेमाल कोई भी यात्री अगले एक साल में किसी भी बुकिंग के लिए कर सकता है। ध्यान रहे टिकट उसी यात्री के नाम से बुक होनी चाहिए, जिसकी कैंसिल हुई है। यदि आपने अपनी टिकट किसी एग्रीगेटर (मेक माय ट्रिप, यात्रा डॉट कॉम आदि) या एजेंट के माध्यम से बुक कराई थी तो आपको नई बुकिंग के लिए भी उसी एजेंट या वेबसाइट की मदद लेनी होगी।


यात्रा की तिथि बदलने के संबंध में
इंडिगो के सभी यात्री 30 सिंतबर तक की यात्राओं की मौजदा और या नई बुकिंग को एक बार बदल सकते हैं। इसके लिए कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना होगा। हालांकि, यदि किराया पहले से ज्यादा है तो अतिरिक्त राशि का बोझ यात्री को वहन करना होगा।



गोएयर


गोएयर ने भी अपने यात्रियों को कैंसिल हुई बुकिंग के एवज में अगले एक साल के भीतर टिकट बुकिंग कराने की सुविधा दी है। नई बुकिंग करते समय पुराना पीएनआर दर्ज करना होगा, जिससे पुराना किराया नई बुकिंग के समय इस्तेमाल किया जा सके। गोएयर ने यह स्पष्ट किया है कि नई बुकिंग गोएयर के किसी भी सेक्टर पर हो सकती है। किराए के नियम संभवत: अन्य एयरलाइन्स की तरह ही होंगे। हालांकि, कंपनी ने कोई जानकारी अभी साझा नहीं की है।