एबीपी गंगा, रायबरेली। उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट भी देश की वीवीआई सीटों में से एक हैं। आजादी के बाद से ही इस सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व रहा है। रायबरेली कभी इंदिरा गांधी तो कभी सोनिया गांधी की वजह से हॉट सीट रहा है। रायबरेली लोकसभा सीट पर अभी तक कुल 16 बार लोकसभा आम चुनाव और दो बार लोकसभा उपचुनाव हुए हैं। इनमें कांग्रेस को 15 बार जीत मिली है, जबकि भाजपा ने दो बार और भारतीय लोक दल ने एक बार जीत का स्वाद चखा है।
दिलचस्प बात ये है कि रायबरेली सीट पर तीन दशक तक महिला उम्मीदवारों का ही कब्जा रहा है। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेहरू परिवार की सदस्य शीला कौल ने रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व किया। सबसे पहले साल 1967 में इंदिरा गांधी यहां से जीतकर संसद पहुंची। इसके बाद वो फिर 1971 में चुनाव जीती। इंदिरा को आपातकाल से उपजे जनता के गुस्सा का शिकार भी होना पड़ा। साल 1977 में वो जनता पार्टी के राजनारायण से चुनाव हार गईं। हालांकि 1980 में उन्होंने जोरदार वापसी करते हुए बड़े अंतर से जीत हासिल की। इसके बाद नेहरू परिवार की सदस्य लगातार यहां से 1989 और 91 में चुनाव जीती।
साल 2004 में रायबरेली सीट तब चर्चा में आई जब इंदिरा की बहू सोनिया गांधी यहां से मैदान में उतरी। रायबरेली की जनता ने उन्हें इंदिरा की तरह ही प्यार दिया। सोनिया गांधी ने यहां लगातार तीन बार से सांसद हैं। साल 2014 में मोदी लहर में भी उन्होंने शानदार जीत दर्ज की।