यूपी के 14 शहरों में जल्द ही फर्राटा भरती नजर आएंगी इलेक्ट्रिक बसें, इन बातों का रखा गया है खास ध्यान
उत्तर प्रदेश के 14 शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जाएगा. इन बसों में यात्री साधारण किराया देकर सफर कर सकेंगे. बसों में सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं.
Electric Bus Trial Starts in UP: उत्तर प्रदेश के 14 शहरों में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें फर्राटा भरती हुई नजर आएंगी. आज से इन बसों का प्रोटोटाइप ट्रायल शुरू हो गया है. नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना किया. मंत्री ने कहा कि एक साल तक इन बसों का किराया साधारण बसों के बराबर रहेगा. ट्रायल के दौरान 4 बसें रोजाना 180 किलोमीटर चलेंगी. ट्रायल की सफलता के बाद 14 शहरों में 700 बसों का संचालन शुरू किया जाएगा. इन लग्जरी बसों में एसी, आरामदायक सीट हैं तो सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं.
कम्फर्ट और सुरक्षा का रखा गया है ध्यान
नगरीय परिवहन निदेशालय के ज्वाइंट डायरेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि ये बसें यात्रियों के कम्फर्ट और सुरक्षा दोनों को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई हैं. इनमे सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे, पैनिक बटन, ऑटोमेटिक डोर हैं तो कम्फर्ट के लिए एसी, विशेष सीट्स, व्हीलचेयर के लिए फोल्डिंग रैंप, दिव्यांगों के लिए अलग नीची सीट. ड्राइवर की सुविधा के लिए एडजस्टेबल सीट और ऑटोमेटिक गियर दिए गए हैं.
जानें बसों की खासियत
- बस में 4 CCTV कैमरे हैं. जिसमे 2 अंदर और 2 बाहर हैं.
- सभी कैमरे सीधे नगरीय परिवहन निदेशालय और पुलिस कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे.
- ड्राइवर के सामने भी LCD स्क्रीन पर दिखेगी कैमरे की फीड
- बस में व्हीलचेयर से आने वालों के लिए फोल्डिंग रैंप.
- बस में पैनिक बटन भी, कोई समस्या होने पर बटन दबाकर ले सकेंगे पुलिस की मदद.
- पैनिक बटन दबाने पर सीधे 112 पर पहुंचेगी सूचना.
- बसों में लगे GPS से हर समय होगी निगरानी.
- बस में ऑटोमेटिक गियर, ड्राइवर की सीट भी काफी आरामदेह.
- बस में LED डेस्टिनेशन बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट हैं.
- बस रुकवाने के लिए सीट के पास ही स्टॉप का बटन लगाया गया है.
- सुरक्षा के चलते बस तभी चलेगी जब दोनों ऑटोमेटिक दरवाजे बंद होंगे.
- 45 मिनट में वन टाइम चार्जिंग से 120 किलोमीटर तक चलेगी बस.
- लखनऊ में 5 जगह बनेंगे चार्जिंग स्टेशन.
- प्रदेश में कुल 700 बसें चलेंगी जिसमे 600 केंद्र और 100 राज्य सरकार की होंगी.
- केंद्र सरकार की मदद से 11 शहरों में 600 बसें चलेंगी. लखनऊ, कानपुर, आगरा में 100-100, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ में 50-50 और झांसी, अलीगढ़, मुरादाबाद, बरेली में 25-25 बसें चलेंगी
- राज्य सरकार अपनी तरफ से मथुरा-वृंदावन में 50, गोरखपुर और शाहजहांपुर में 25-25 बसें चलाएगी.
- लग्जरी एसी बसों का किराया साधारण बसों के बराबर होगा.
- इन बसों से ध्वनि और वायु प्रदूषण में राहत.
- पूरे बजट की लागत 965 करोड़. स्कीम के तहत संचालक को 45 लाख प्रति बस अनुदान दिया जाएगा.
- पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड करेगी बसों का संचालन.
साधारण बसों के बराबर होगा किराया
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा आने वाले कुछ महीनों में 700 बसें चलेंगी. इन्हें दो चरणों में शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी लखनऊ में 40 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं लेकिन, अधिक किराए की वजह से कम यात्री मिल रहे हैं. शासन ने फैसला लिया है कि एक साल तक इलेक्ट्रिक बसों का किराया साधारण बसों के बराबर होगा. विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश ने बताया कि पहले से जो इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं वो ढाई घंटे में चार्ज होकर 80 किलोमीटर चलती हैं. जबकि, नई बसें 45 मिनट में चार्ज होकर 120 किलोमीटर चलेंगी.
इन रूट पर होगा ट्रायल
- रूट नंबर-1 : दुबग्गा से इंटीग्रल यूनिवर्सिटी
- रूट नंबर- 2 : अंबेडकर यूनिवर्सिटी से विराज खंड
- रूट नंबर- 3 : दुबग्गा से अवध बस स्टेशन, (कामता)
- रूट नंबर- 4 : दुबग्गा से बीबीडी यूनिवर्सिटी
- रूट नंबर- 5 : दुबग्गा से विराज खंड वाया सीतापुर बाईपास
- रूट नंबर- 6 : मड़ियाहूं से आलमबाग चौराहा
- रूट नंबर- 7 : दुबग्गा से एकेटीयू यूनिवर्सिटी
- रूट नंबर- 8 : विराज खंड से आलमबाग चौराहा
- रूट नंबर- 9 : दुबग्गा, से अंबेडकर यूनिवर्सिटी
- रूट नंबर- 10 : गुडंबा एसजीपीजीआई
ये भी पढ़ें: