नई दिल्ली, एबीपी गंगा। रात में दिखने वाला चंद्रमा अनेक रहस्यों से भरा है। मंगलवार को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होगी। इस दिन पूर्णिमा है और चंद्रमा अपने आकार में होता है। इस दिन पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी सबसे कम होती है, इसे 'सुपर मून' कहा जाता है। हालांकि भारत में यह दिखायी नहीं देगा क्योंकि पूर्णिमा के अगले दिन यानि बुधवार को सुबह आठ बजे होंगे। इस दिन चंद्रमा अन्य दिनों की तुलना में बड़ा और चमकीला दिखता है। इसके अलावा पूर्ण आकार के चंद्रमा को ''सुपर पिंक मून'' भी कहा जाता है।
'क्या होता है सुपर मून'
'सुपर मून' के समय चंद्रमा पहले से ज्यादा बड़ा और चमकदार बड़ा दिखाई देता है। वैज्ञानिकों के लिये ये उपयुक्त वक्त होता है जब वे चंद्रमा से जुड़ी तमाम रहस्यों के बारे में अध्ययन व अन्वेषण कर सकते हैं। 'सुपर मून' के कारण चंद्रमा हर दिन के मुकाबले 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकदार दिखाई देता है। पश्चिमी देशों में इसे Snow Moon, Storm Moon या Hunger Moon कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है 'सुपर पिंक मून'
पिंक मून का नाम पाश्चात्य देशों से मिला है। गौरतलब है कि अप्रैल में अमेरिका में एक खास फूल खिलता है जो गुलाबी रंग का होता है। उसी के आधार पर अप्रैल में दिखने वाले सुपरमून को सुपर पिंक मून का नाम दिया गया है। ये गुलाबी फूल उत्तर अमेरिका के पूर्व में खिलता है।
कब देख सकेंगे सुपर पिंक मून
आसमान में ये सुपरमून GST के अनुसार, मध्य रात्रि 2:35 बजे पर दिखेगा। इसके अनुसार, भारत में तब सुबह के 8 बज चुके होंगे। ऐसे में भारत में सुपरमून दिखाई नहीं देगा। लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए चंद्रमा की इस आकर्षक तस्वीर के देख पाएंगे। हालांकि इस चंद्रमा की झलक आपको 7 अप्रैल को सार्यास्त होने के साथ ही मिलनी शुरू हो जाएगी।