पंडित शशिशेखर त्रिपाठी
नक्षत्रों में दसवां नक्षत्र मघा नक्षत्र है। नक्षत्र के विषय में कई गूढ़ बातें हम जान चुके हैं। नक्षत्रों में कुछ नक्षत्र ऐसे भी है जिनके नाम से हिन्दी महीनों के भी नाम हैं। जैसे मघा से माघ। अब जिस नक्षत्र का नाम महीने में लिया गया है तो निश्चित ही इस नक्षत्र में कुछ द्विव्यता होगी। अंतरिक्ष में मघा नक्षत्र में 6 तारे हैं। जो हंसिया या दरांती सरीखे आकृति का बनता है। मघा शब्द का अर्थ होता है बलवान, महान, शक्तिशाली।
मघा नक्षत्र का चिन्ह हंसिया के आकार का है। यह फसल काटने में उपयोग में आता है। इस नक्षत्र के जातक ने अपने पूर्व जन्म में जो भी पुण्य कर्म की फसल लगाई होती है, उसको इस जन्म हंसिया से काटना होता है। शुभ कार्य करते हुए स्वास्थ्य, सम्मान, सत्ता, सुख प्राप्त करते हैं। यह नक्षत्र सिंह राशि में होता है इसलिए जिन लोगों की सिंह राशि है उनका मघा नक्षत्र हो सकता है।
मघा नक्षत्र के देवता होते हैं पितर। पितर का अर्थ है जो लोग अब जीवित नहीं है लेकिन उनकी कीर्ति काया सदैव जीवित रहती है। पितर किसी भी परिवार के इमीडियेट बॉस हैं जो आत्मा स्वरूप होते हैं। इनको प्रसन्न रखना अतिआवश्यक होता है क्योंकि देवता भी पितरों के प्रसन्न होने पर ही प्रसन्न होते हैं। मघा नक्षत्र वाले व्यक्ति पैतृक गुणों की संपदा, संस्कार प्राप्त कर अपनी उन्नति करते हैं।
गुण
कई विद्वानों ने इस नक्षत्र को राज महल का सिंहासन भी बताया है। इस नक्षत्र का व्यक्ति राजा के समान धन, वैभव, मान, प्रतिष्ठा, उच्च अधिकार प्राप्त करने वाला होता है।
इन लोगों को अपने पितरों का आशीर्वाद एवं स्नेह पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।
यह लोग अपने जन्म को यानी अपने वर्तमान को बहुत अच्छे से संवारने का काम करते हैं।
इस नक्षत्र में जन्मे लोग सभी सुविधाएं जुटाने में सफल रहते हैं। ऐसे व्यक्तियों को ऑफिस में उन्नति प्राप्त होती रहती है।
ऐसे व्यक्तियों को सामाजिक दायित्व का निर्वाह करने में बहुत सुख और शांति प्राप्त होती है।
यह अलौकिक सुख प्राप्त करने के साथ-साथ पारलौकिक गति भी ठीक रहे इस बात का भी ध्यान रखते हैं।
ऐसे लोगों को अपनी पुरानी वस्तुएं या कोई भी पुरातन चीज को संभाल कर रखना पसंद करते हैं। यह लोग अपने से ऊपर की पीढ़ियों के व्यक्ति यानी पूर्वजों को निरंतर याद करते रहते हैं और उनका आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं।
ये लोग जिस संस्थान में कार्य करते हैं वहां के उत्थान के लिए निःस्वार्थ भाव से अपना योगदान देते हैं। ये लोग पीछे रहकर कार्यों का निर्देशन करने में निपुण होते हैं और उसके प्रति सम्मान या धन की अपेक्षा भी नहीं रखते हैं।
सावधानियां
मघा नक्षत्र वालों को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी को धन उधार न दें, अन्यथा हानि होगी।
इस नक्षत्र में जन्मे जातकों को पितृपक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध अवश्य करना चाहिए इससे उनको यश कीर्ति प्राप्त होती है।
इस नक्षत्र वाले लोगों को अपनी सुख समृद्धि सत्ता और शक्ति का दंभ कभी नहीं आना चाहिए।
कैसे बढ़ाएं पावर
मघा नक्षत्र की वनस्पति है वट का पेड़। इस नक्षत्र के लोगों को वट का पेड़ लगाना चाहिए और उसकी पूजा भी करनी चाहिए। बरगद के पेड़ की सेवा करने से लाभ होगा।