पूर्वाभाद्रपद के दो तारों से बनी रेखा को कुछ विद्वानों ने सूर्य की एक किरण माना है। पूर्वाभाद्रपद का अर्थ होता है, शुभ पद यानी भाग्यशाली पावों वाला नक्षत्र। भाद्र या भद्र का अर्थ होता है सज्जन, शुभ, कल्याणकारी या भाग्य में वृद्धि करने वाला और पद का अर्थ है चरण व पांव से है। इस प्रकार पूर्वाभाद्रपद ऐसा नक्षत्र है, जिसके आगमन से लोगों का कल्याण हो और वह लोगों के लिए शुभ हो।


पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के देवता हैं, अज एकपाद। एक पैर वाला अजन्मा। भगवान शिव जब तांडव करते हैं तो बहुधा एक टांग पर ही अपनी देह को संतुलित करते हैं। इस प्रकार शिव ही यह अज एकपाद देवता हैं। यह नक्षत्र कुंभ राशि और मीन राशि को जोड़ने वाला होता है इसलिए जिन लोगों की कुंभ राशि या मीन राशि है उनका यह नक्षत्र हो सकता है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जो लोग जन्म लेते हैं उनके अंदर कौन-कौन से गुण हो सकते हैं चलिए आपको बताते हैं।



गुण


इस नक्षत्र का व्यक्ति जिसका भी दिल से सम्मान करता है तो उसके प्रति वह पूरी निष्ठा और ईमानदारी रखता है। उसकी बातों को सदैव सिर आंखों पर लेता है।


यह लोग बहुत ही कड़ी मेहनत करते हैं और अपने लक्ष्य को पाने के लिए साम, दाम ,दण्ड, भेद सभी का इस्तेमाल करते हैं।


यह लोग सेविंग करने में एक्सपर्ट होते हैं। धन के प्रति इनका लगाव होता है और यह धन को जोड़ते हैं।


ऐसे लोग सांसारिक और आध्यात्मिक दोनों क्षेत्रों में अपना एक स्थान बनाने में सक्षम होते हैं।


यह लोग पुराने डाटा या इतिहास को बहुत अच्छी तरीके से अपने कार्य में उपयोग करते हैं। साथ ही ये पुरानी बातों से कुछ सीखते भी हैं।


सामान्यतः लगता है कि इनकी धन के प्रति कुछ आसक्ति होती है, लेकिन जब परिवार, मित्र या किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की आवश्यकता होती है तो ये मदद करने में बिल्कुल नहीं हिचकते हैं।


यह लोग जोखिम भरे कार्य करने में पीछे नहीं हटते हैं। साथ ही ऐसी मशीनों या यंत्र में कार्य करने में रूचि रखते हैं, जिनमें जरा सी चूक प्राणों पर संकट ला सकती है।


इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का संबंध गुरु के साथ होता है। पूर्व जन्म में भी इनको गुरु की कृपा प्राप्त हो चुकी होती है और इस जन्म में भी गुरु के मार्गदर्शन से यह लाभान्वित होते हैं। ऐसे लोग अपने गुरु का बहुत अधिक सम्मान करते हैं और उनके एक आदेश पर जनकल्याण के लिए अपना संचित किया हुआ धन देने में तनिक भी देर नहीं करते हैं।


सावधानियां


आर्थिक रूप से सम्पन्नता इनको कभी-कभी आलसी बना देती है, इसलिए इन लोगों को एक्टिव रहना चाहिए।


यह लोग अपने लाभ के लिए किसी दूसरे का नुकसान नहीं चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी इनके मन में ऐसे विचार आ सकते हैं जिससे कि दूसरों को नुकसान हो सकता है। इसलिए ऐसे विचारों पर इन्हें नियंत्रण रखना है।


कई बार ऐसा हो सकता है कि यह क्रोध में इतने क्रूर हो जाएं कि इनको भी न पता चले कि ये क्या कर रहे हैं। इसलिए इनको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए।



कैसे बढ़ाएं पावर


पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का वृक्ष है आम। आम का वृक्ष किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आम एक प्रकार का रसीला फल होता है। इसे भारत में फलों का राजा भी बोलते हैं। इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते हैं। आम के वृक्ष लगाएं इससे पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र वालों को लाभ होगा।