वाराणसी: बीएचयू जिसे पूर्वांचल के एम्स के तौर पर जाना जाता है वहां यात्रियों की सुविधाओं को लेकर बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहां यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई गई ई रिक्शा की निशुल्क सेवा बन्द है और ई रिक्शा की सीट को चूहे कुतर रहे हैं. बीएचयू प्रशासन मामले को लेकर पूरी तरह असंवेदनशील है.
अटल सेवा ई रिक्शा सुविधा बदहाल
वाराणसी बीएचयू परिसर में शुरू की गई अटल सेवा ई रिक्शा सुविधा बदहाल है. यहां कभी दान में मिले आठ ई रिक्शा आने वाले मरीजों की सेवा करते थे. लेकिन, आज ये बदहाल हैं न तो इनके ड्राइवर हैं और न ही इनके रखरखाव पर ध्याम दिया जा रहा है. बीएचयू इमरजेंसी के पीछे खड़ी ये सेवा बीएचयू प्रशासन को मुंह चिढ़ा रही है.
तीमारदार कर रहे हैं सेवा शुरू करने की मांग
बता दें कि, जिस दिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश काशी आया था उसी दिन इस सेवा की शुरुआत हुई थी. वर्तमान मंत्री रविन्द्र जायसवाल सहित अन्य लोगों ने इसे दान दिया था. इस सेवा के माध्यम से आने वाले मरीजों को परिसर में इलाज की निशुल्क सेवा मिलती थी. लेकिन, आज ये सेवा बदहाली की भेंट चढ़ गई है. बीएचयू प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रहा है और मंत्री सेवा शुरू करने की बात कह रहे हैं. वहीं, तीमारदार भी इस सेवा को शुरू करने की मांग कर रहे हैं.
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