नई दिल्ली, एबीपी गंगा। दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने अपना परचम लहरा दिया है। अरविंद केजरीवाल का एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनना तय है और जीत के बाद केजरीवाल वैलेंटाइन डे यानी 14 फरवरी को शपथ ले सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन से उनका बेहद खास नाता है। केजरीवाल भी चाहते हैं कि वो इसी दिन शपथ लें। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि केजरीवाल का वैलेंटाइन डे से रिश्ता खास क्यों है और क्यों वो वैलेंटाइन डे के दिन ही शपथ लेना चाहते हैं।


साल 2013 और वैलेंटाइन डे
साल 2013 में पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी। बीजेपी को 31 आम आदमी पार्टी ने 28 और कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत मिली थी। 'आप' ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाई। अरविंद केजरीवाल ने 28 दिसंबर को पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री की शपथ ली, लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच अनबन हो गई और सिर्फ 49 दिनों में ही सरकार गिर गई। इसके बाद केजरीवाल ने इस्तीफा देने का फैसला लिया खास बात ये है कि केजरीवाल ने 14 फरवरी 2014 के दिन ही इस्तीफा दिया था।



साल 2015 और वैलेंटाइन डे
साल 2015 में चुनाव का एलान होते ही आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने एलान कर दिया था कि केजरीवाल रामलीला मैदान में 14 फरवरी को शपथ लेंगे और हुआ भी वही। 'आप' को धमाकेदार 67 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी सिर्फ 3 सीटों पर ही सिमट गई और कांग्रेस का सफाया हो गया था। इसके बाद केजरीवाल ने 14 फरवरी 2015 को दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी। सरकार का एक साल पूरा होने पर 14 फरवरी 2016 को केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि 'पिछले साल इसी दिन दिल्ली को 'आप' के साथ प्यार हो गया था। यह जुड़ाव बहुत गहरा और कभी ना खत्म होने वाला है।'