बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में होने वाले सात विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बुलंदशहर सीट पर लड़ रहे आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने रविवार रात ट्वीट कर अपने काफिले पर फायरिंग होने का दावा किया था, जिसके बाद बुलंदशहर पुलिस ने अपनी सफाई में काफिले पर फायरिंग की घटना से इनकार करते हुए कार्यकर्ताओं में छुटपुट हाथापाई और कहासुनी की बात कही है.


जांच में सामने आई ये बात
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के ट्वीट के बाद देर रात जिले के डीएम और एसएसपी ने मौके का मुआयना किया और मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. जिस पर बुलंदशहर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी के नेतृत्व में की गई जांच में सामने आया है कि आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर के काफिले पर कोई फायरिंग नहीं हुई थी.


पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
दरअसल, रविवार को चंद्रशेखर आजाद ने बुलंदशहर नुमाइश ग्राउंड में अपनी चुनावी सभा को संबोधित किया और देर शाम वो शहर में चुनावी कैंपेनिंग के चलते शहर के इलाकों में जाकर लोगों से मिल रहे थे. इसी दौरान रूकन सराय इलाके में एआईएमआईएम के प्रत्याशी दिलशाद अहमद भी निकल रहे थे. रास्ता संकरा होने की वजह से वहां जाम की स्थिति हो गई जिसके चलते दोनों के कुछ कार्यकर्ताओं में हाथापाई और कहासुनी हुई. बुलंदशहर पुलिस ने आजाद समाज पार्टी के नेताओं की तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के हमला करने पर 307 और एआईएमआईएम के प्रत्याशी दिलशाद अहमद की तहरीर के आधार पर आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं पर 307 आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज किया है.


कार्यकर्ताओं में हुई थी कहासुनी और हाथापाई
गौरतलब है कि चंद्रशेखर आजाद ने अपने काफिले की गाड़ी के ऊपर फायरिंग होने की बात ट्वीट कर कही थी. बुलंदशहर प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच में चंद्रशेखर आजाद के काफिले के ऊपर हमले की बात और फायरिंग की बात को नकारा है. जबकि, दोनों पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं में कहासुनी और हाथापाई की बात सामने आई है.



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