बाराबंकी, एबीपी गंगा। करोड़ो की लागत से बनी बाराबंकी की नवाबगंज तहसील में लेखपाल और राजस्व निरीक्षकों के बैठने के लिए भले ही कक्ष खाली पड़े हों, बावजूद इसके तहसील के सामने बने भूत बंगले के नाम से प्रसिद्ध खंडहर और जर्जर हो चुके पुराने तहसीलदार आवास में जिम्मेदार कर्मचारी नियम बनाकर बैठते हैं।


कभी भी गिर सकता है भवन


ये जर्जर भवन कभी भी गिर सकता है। यह जानते हुए भी कर्मचारी यहीं दरबार लगाते हैं। जान जोखिम में डालने वाले और बड़े हादसे के इंतजार में बैठे कर्मचारियों को लेकर जब एसडीएम नवाबगंज अभय पांडेय को मिली तो उन्होंने कार्रवाई के आदेश दिए।


नियमित तौर पर बैठते हैं कर्मचारी


बाराबंकी जिला मुख्यालय पर करोड़ो की लागत से कलेक्ट्रेट और तहसील भवन बने हैं, जहां जिलाधिकारी और एसडीएम तहसील नवाबगंज के अलावा जिम्मेदार अधिकारी और कमर्चारी अपने अपने कक्ष में बैठते हैं, लेकिन कुछ लेखपाल और राजस्व निरीक्षक तहसील नवाबगंज के सामने जर्जर हो चुके तहसीलदार के आवास में नियमित बैठकर दरबार लगाते हैं।


आसानी से हो जाता है लेन-देन


ग्रामीण इलाकों से लोग अपनी समस्याओं के लिए मजबूरी में यहां आते हैं और हर वक्त डर बना रहता हैं कहीं ये जर्जर भवन गिर न जाये। बावजूद यहां राजस्व कर्मचारियों के बैठने का सिलसिला जारी है। इस भवन में लोग बीयर और शराब भी पीते हैं। यहां बीयर और शराब की खाली बोतलें पड़ी रहती हैं। ये भवन इसलिए भी जिम्मेदार राजस्व कर्मियों को भाता हैं क्योंकि यहां आसानी से लेन-देन भी हो जाता है।


दिए गए कार्रवाई के आदेश


करोड़ों की बिल्डिंग बनी होने के बावजूद यहां कर्मचारी क्यों बैठते हैं। इस संबंध में जब एसडीएम नवाबगंज अभय पांडेय से बातचीत की गई तो उन्होंने कार्रवाई के आदेश दिए। वही, लेखपाल संघ के अध्यक्ष का कहना हैं लाख कोशिशों के बावजूद कई कर्मचारी यहां से हटने को तैयार नहीं हैं।