प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के गठन पर मचा कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है। ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने नौकरशाहों को सदस्य बनाए जाने और अपने पदाधिकारियों को जगह नहीं मिलने पर सवाल उठाए हैं।


परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि इस ट्रस्ट में संतों को उचित जगह नहीं दी गई है। नौकरशाहों की जगह संतों को ही सदस्य बनाया जाना चाहिए था। अखाड़ा परिषद संतों की सबसे बड़ी संस्था है, लिहाजा इसके दो पदाधिकारियों को भी जगह मिलनी चाहिए थी।



महंत नरेंद्र गिरि ने यह भी कहा कि महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट में जगह मिलना व उन्हें अध्यक्ष चुना जाना स्वागत भरा कदम है। उनका कहना है कि ट्रस्ट में जगह नहीं मिलने के बावजूद अखाड़ा परिषद ट्रस्ट को पूरा सहयोग करेगा और यह कोशिश करेगा कि मंदिर निर्माण का काम जल्द से जल्द पूरा हो।